दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर कस्टम अधिकारियों ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए क्रीम के डिब्बों और बाम की शीशियों में छिपाकर लाए गए सोने की भारी मात्रा को जब्त किया है. यह सोना एक अंतरराष्ट्रीय तस्करी रैकेट से जुड़ा हुआ था, जो इसे चोरी-छिपे देश में लाने की कोशिश कर रहा था. अधिकारियों के मुताबिक, इस सोने की कीमत कई लाखों रुपये में है.
सोने की तस्करी की नई तकनीक
यह मामला उस समय सामने आया जब दिल्ली हवाई अड्डे के कस्टम अधिकारियों ने एक यात्री के सामान की तलाशी ली. यात्री के बैग में क्रीम और बाम की शीशियाँ पाई गईं, जो सामान्य रूप से यात्रा के दौरान उपयोग की जाती हैं. हालांकि, जब इन शीशियों की जांच की गई, तो अधिकारियों को इनमें सोने के टुकड़े छिपे हुए मिले. तस्करों ने इन शीशियों को इस तरह से डिजाइन किया था कि पहली नजर में कोई संदेह न हो, लेकिन कस्टम अधिकारियों की सूझबूझ के कारण सोना पकड़ लिया गया.
कस्टम अधिकारियों की सतर्कता
कस्टम अधिकारियों ने यात्री की संदिग्ध गतिविधियों पर ध्यान दिया और सामान की गहन जांच शुरू की. इस दौरान क्रीम के डिब्बों और बाम की शीशियों के भीतर सोने के 24 कैरेट के बारीक टुकड़े पाए गए. अधिकारियों ने बताया कि इस छिपाने के तरीके में सोने को तरल पदार्थों में घोलकर इन वस्तुओं में छिपा दिया गया था ताकि किसी को भी शक न हो. यह तस्करी का एक नया तरीका था, जिसे कस्टम अधिकारियों ने समय रहते पकड़ लिया.
सोने की तस्करी पर कड़ी नजर
भारत में सोने की तस्करी की घटनाएँ लगातार बढ़ रही हैं, और हवाई अड्डे इसके प्रमुख ठिकानों में से एक बन चुके हैं. कस्टम विभाग ने इस पर कड़ी निगरानी रखी हुई है और तस्करों द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे नए-नए तरीकों को पकड़ने के लिए अपनी जांच प्रक्रियाओं को लगातार अपडेट किया है. दिल्ली हवाई अड्डे पर कस्टम अधिकारियों की यह सफलता इस बात का प्रमाण है कि अधिकारियों की सतर्कता और तकनीकी क्षमताएँ तस्करी के मामलों को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं.
दिल्ली हवाई अड्डे पर सोने की तस्करी के इस प्रयास को नाकाम करने में कस्टम अधिकारियों की सूझबूझ और सतर्कता की सराहना की जा रही है. इस मामले में सोने की तस्करी की नई तकनीक सामने आई है, जो दर्शाता है कि तस्कर अपनी गतिविधियों को छुपाने के लिए लगातार नए तरीकों का इस्तेमाल कर रहे हैं. हालांकि, कस्टम विभाग की चौकसी और कड़ी जांच से इस प्रकार की तस्करी को रोका जा रहा है, और उम्मीद है कि भविष्य में ऐसे प्रयासों को और अधिक प्रभावी तरीके से नाकाम किया जाएगा.