Torres Jewelry Scandal: करोड़ों रुपये के टॉरेस ज्वेलरी घोटाले में एक नया खुलासा हुआ है. पुलिस ने पाया है कि कंपनी की जनरल मैनेजर तानिया खसातोवा उर्फ तज़ागुल काराखानोवना खसातोवा को नवंबर में महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के दौरान डोंगरी में नकाबंदी के दौरान 69 लाख रुपये की बेहिसाब नकदी के साथ पकड़ा गया था.
नकदी बरामद, दस्तावेज नहीं पेश कर पाईं
डोंगरी पुलिस ने चुनाव आयोग के अधिकारियों के साथ मिलकर खसातोवा की कार को रोका. तलाशी के दौरान कार से 69 लाख रुपये बरामद हुए. खुद को टॉरेस कंपनी की सीनियर अधिकारी और विदेशी नागरिक बताने वाली खसातोवा इस नकदी का स्रोत साबित करने वाले दस्तावेज पेश करने में नाकाम रहीं. पुलिस ने डायरी एंट्री कर इनकम टैक्स विभाग को सूचित किया, लेकिन उस समय कोई बड़ी कार्रवाई नहीं की गई.
पहले भी हो चुकी है गिरफ्तार
मिली जानकारी के मुताबिक, खसातोवा 2006 से भारत में रह रही हैं और 2008 में सहार पुलिस ने उन्हें 77 लाख रुपये की धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार किया था. मुंबई पुलिस अब पुराने मामले की जांच कर रही है कि इसका वर्तमान घोटाले से कोई संबंध है या नहीं.
विदेशी संदिग्धों पर नज़र
आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने इस मामले की जांच तेज कर दी है. शुक्रवार को विदेशी नागरिकों के खिलाफ छह नई लुक-आउट सर्कुलर (LOC) जारी की गईं, जिससे मामले में जारी कुल LOC की संख्या 11 हो गई है. इन संदिग्धों में यूक्रेनी नागरिक ओलेना स्टोयान भी शामिल हैं, जो पहले कंपनी में डायरेक्टर थीं. पुलिस ने विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (FRRO) से इन संदिग्धों की यात्रा से जुड़ी जानकारी मांगी है.