परिसीमन और सीटों के नुकसान को लेकर तमिलनाडु की चिंताओं के कारण इसके वरिष्ठतम नेता लोगों से अधिक बच्चे पैदा करने की अपील कर रहे हैं. मुख्यमंत्री एमके स्टालिन द्वारा ऐसा अनुरोध किए जाने के कुछ दिनों बाद, उनके बेटे और राज्य के उपमुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालिन ने सामूहिक विवाह में ऐसा ही अनुरोध किया.
चेन्नई में आज सामूहिक विवाह की अध्यक्षता करने के बाद उदयनिधि स्टालिन ने नवविवाहितों से तुरंत बच्चे पैदा करने को कहा कि लेकिन बहुत ज़्यादा नही. हम 2026 के चुनावों में तमिलनाडु में 200 से ज़्यादा सीटें जीतेंगे. मैं शादी करने वाले जोड़ों से अनुरोध करता हूँ कि वे जल्द से जल्द बच्चे पैदा करने के बारे में सोचें. हमारा राज्य जन्म नियंत्रण लागू करने वाला पहला राज्य था और इसी वजह से अब हम समस्याओं का सामना कर रहे हैं.
तमिल नाम देने का भी आग्रह
उन्होंने कहा कि उदयनिधि स्टालिन ने कहा कि परिसीमन में तमिलनाडु आठ सीटें खो सकता है, जबकि जनसंख्या नियंत्रण में विफल रहने वाले उत्तरी राज्यों को लगभग 100 सीटें मिलेंगी. उन्होंने लोगों से अपने बच्चों को तमिल नाम देने का भी आग्रह किया, तमिल पहचान को बनाए रखने के महत्व पर ज़ोर दिया. 3 मार्च को नागापट्टिनम जिले में एक पार्टी सदस्य के विवाह समारोह में बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले लोगों से कहा जाता था कि वे समय निकालें और बच्चे पैदा करें. लेकिन अब यह आदर्श नहीं रहा.
उन्होंने कहा कि स्थिति बदल गई है और हमें अब यह कहना चाहिए. हमने परिवार नियोजन को सफलतापूर्वक लागू किया और अब हम इसका सामना कर रहे हैं. 2029 के आम चुनाव से पहले परिसीमन प्रक्रिया होने के साथ, यह दक्षिण भारत में एक हिट बटन मुद्दा बन गया है. उत्तर भारत की तुलना में सीटें और वजन कम होने का डर हर जगह व्याप्त है, इतना ही नहीं एनडीए सहयोगी चंद्रबाबू नायडू की तेलुगु देशम पार्टी के एक नेता ने भी आंध्र प्रदेश के लोगों से अधिक बच्चे पैदा करने के लिए कहा है.
50,000 रुपये देने की पेशकश
विजयनगरम के सांसद कालीसेट्टी अप्पाला नायडू ने तीसरे बच्चे को जन्म देने वाली महिलाओं को 50,000 रुपये देने की पेशकश की है. उन्होंने घोषणा की है कि वे व्यक्तिगत रूप से इसका खर्च उठाएंगे. उन्होंने यह भी घोषणा की कि अगर कोई महिला लड़के को जन्म देती है, तो उसे एक गाय भी उपहार में दी जाएगी.
पिछले महीने केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने इस मुद्दे पर बात की थी और कहा था कि इससे दक्षिणी राज्यों में सीटों की संख्या में एक भी अंक की कमी नहीं आएगी. कोयंबटूर, तिरुवन्नामलाई में पार्टी कार्यालय के उद्घाटन के अवसर पर बोलते हुए उन्होंने कहा, "मैं दक्षिण भारत के लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आपके हितों को ध्यान में रखा है और यह सुनिश्चित करेंगे कि एक भी सीट कम न हो."