दिल्ली विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही शहर चुनावी वाद-विवादों, रंग-बिरंगे पोस्टरों और प्रतिद्वंद्वी राजनीतिक दलों के संदेशों वाले लाउडस्पीकरों के शोर से जीवंत हो उठा है.
चांदनी चौक की संकरी गलियों से लेकर द्वारका की व्यस्त सड़कों तक, प्रत्येक राजनीतिक दल अपनी मौजूदगी दर्ज कराने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है. संगीत चुनाव अभियान की जीवनरेखा बन गया है.
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 2017 के अपने लोकप्रिय गीत ‘‘भाजपा दिल में, भाजपा दिल्ली में’’ का रीमिक्स संस्करण जारी किया है. भाजपा के इस गीत को उत्तर-पूर्वी दिल्ली से उसके सांसद मनोज तिवारी ने गाया है.
भाजपा का यह गीत भीड़ भरे बाजारों और आवासीय कॉलोनियों में गूंज रहा है. गीत के जरिये लोगों से ''देश के लिए किया विकास, अब दिल्ली की बारी है'' का वादा किया जा रहा है.
मतदाताओं से जुड़ने के लिए कांग्रेस ने ''हर जरुरत होगी पूरी, दिल्ली में कांग्रेस है जरूरी'' नामक भावपूर्ण गीत जारी किया है.
इस बीच, आम आदमी पार्टी (आप) ''फिर लाएंगे केजरीवाल'' के जरिये स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में उसके द्वारा शुरू की गयी कल्याणकारी योजनाओं का उल्लेख कर मतदाताओं को रिझाने की कोशिश कर रही है.
आकर्षक विज्ञापन गीतों के साथ-साथ प्रतिस्पर्धी राजनीतिक दलों के प्रचार पोस्टरों ने भी मतदाताओं का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है.
सीलमपुर में, ‘‘ दिल्ली का मुख्यमंत्री कौन? आप के अरविंद केजरीवाल या गाली गलोच पार्टी’’ के बैनरों को नजरअंदाज करना मुश्किल है.
महिलाओं और गरीबों के कल्याण के लिए भाजपा की गारंटी चर्चा में है. भाजपा ने महिलाओं को 2,500 रुपये मासिक और गर्भवती महिलाओं को 21,000 रुपये सहायता देने का वादा किया है.
भाजपा गरीबों के लिए किए गए अपने काम और दिल्ली के लिए अपने विजन को पोस्टरों के जरिए उजागर कर रही है, जिन पर लिखा है, ‘‘गरीबों के लिए करोड़ों पक्के घर बनाए, अब दिल्ली की बारी है.’’
कांग्रेस ने चुनाव प्रचार के तहत कनॉट प्लेस में अपने वादों को उजागर करने वाले पोस्टर लगाए हैं, जिनमें नारे लिखे हैं, ‘‘गरीबों के लिए सहारा, कांग्रेस तुम्हारा’’. दिल्लीवासी इस चुनावी माहौल का मिश्रित प्रतिक्रिया के साथ आनंद ले रहे हैं.
सीलमपुर की रहने वाली शाहीन बेगम ने कहा, ‘‘मैं चुनाव प्रचार कर रहे राजनीतिक दलों के संगीत और उनकी ऊर्जा का आनंद लेती हूं, लेकिन अंतत: मेरा वोट उस पार्टी को जाएगा जो रोजगार और महिला सुरक्षा प्रदान करने के अपने वादों को पूरा करेगी. ’’
चांदनी चौक के एक दुकानदार रमेश गुप्ता ने कहा, ‘‘सभी राजनीतिक दल बड़े-बड़े वादे करते हैं. भाजपा दूसरे राज्यों की बात करती है, आम आदमी पार्टी दिल्ली का बखान करती है, और कांग्रेस बमुश्किल ही नजर आती है. देखते हैं कौन अपने वादे पर खरा उतरता है. ’’
पुरानी दिल्ली की भूलभुलैया वाली गलियों में भाजपा का चुनावी अभियान राष्ट्रीय प्रगति के अपने साहसिक दावों के साथ खड़ा है.
बल्लीमारान में एक पोस्टर पर लिखा है, ‘‘पूरे देश में बनाई 60,000 किलोमीटर की सड़क. ’’ दूसरी ओर, आप का जमीनी दृष्टिकोण स्थानीय कल्याण पर केंद्रित है.
भोजन वितरण से लेकर स्वास्थ्य शिविरों तक, शाहदरा जैसे क्षेत्रों में आम आदमी पार्टी के स्वयंसेवक बिजली, पानी और शिक्षा संबंधी नारे लगा रहे हैं.
(इस खबर को सलाम हिन्दुस्तान की टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की हुई है)