फारूक अब्दुल्ला का बयान, "अल्लाह मालिक है, वही वक्फ को बचाएगा": अनुच्छेद 370 पर क्या बोले
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय सम्मेलन के नेता फारूक अब्दुल्ला ने हाल ही में एक बयान दिया, जिसमें उन्होंने कहा कि "अल्लाह मालिक है, वही वक्फ को बचाएगा." उनका यह बयान अनुच्छेद 370 के संदर्भ में था, जो जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा प्रदान करता था, और जिसे केंद्र सरकार ने 2019 में रद्द कर दिया था. फारूक अब्दुल्ला ने इस विषय पर अपनी चिंता और निराशा व्यक्त करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा हटाने से राज्य के वक्फ बोर्ड और उसके संपत्तियों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है.
अनुच्छेद 370 पर फारूक अब्दुल्ला का बयान
फारूक अब्दुल्ला ने अनुच्छेद 370 की रद्दीकरण को एक गलत कदम बताते हुए कहा कि इससे जम्मू-कश्मीर के लोग आहत हुए हैं. उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार ने राज्य की विशेष पहचान और स्वायत्तता को छीन लिया है, जिसके कारण अब राज्य के नागरिकों की पहचान और अधिकारों को खतरा है. फारूक अब्दुल्ला ने यह भी कहा कि वक्फ बोर्ड की संपत्तियां और धार्मिक स्थलों की सुरक्षा को लेकर उन्हें अब गहरी चिंता है, लेकिन उन्हें विश्वास है कि "अल्लाह" ही इसको बचाएगा.
वक्फ बोर्ड और संपत्तियों की सुरक्षा
वक्फ बोर्ड जम्मू-कश्मीर में धार्मिक स्थलों और संपत्तियों की देखभाल और प्रबंधन करता है. फारूक अब्दुल्ला का यह बयान इस संदर्भ में था कि राज्य के विशेष दर्जे को हटाने से वक्फ बोर्ड की संपत्तियां सुरक्षित नहीं रह सकती हैं, क्योंकि केंद्रीय कानूनों का प्रभाव अब अधिक होगा. उन्होंने यह भी कहा कि राज्य के वक्फ बोर्ड को केंद्र सरकार के हस्तक्षेप से बचाए रखने की आवश्यकता है और इसके लिए वह राज्य की जनता और मुस्लिम समुदाय से एकजुटता की अपील करते हैं.
फारूक अब्दुल्ला का यह बयान जम्मू-कश्मीर के लोगों की राजनीतिक और धार्मिक पहचान पर केंद्रित था. उनका मानना है कि जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा हटाने से राज्य की सामाजिक और धार्मिक धारा प्रभावित हुई है, और वे इसे एक गलत कदम मानते हैं. उनका यह विश्वास भी था कि राज्य के वक्फ बोर्ड और संपत्तियों को सुरक्षित रखने के लिए धार्मिक आस्थाएं और अल्लाह पर भरोसा रखना जरूरी है.