दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले आबकारी विभाग ने राजधानी में अवैध शराब की तस्करी को रोकने के लिए बड़ी कार्रवाई की है. विभाग ने 20,000 शराब की बोतलें जब्त की हैं, जो चुनावी क्षेत्र में तस्करी कर लाई जा रही थीं. इस कार्रवाई को चुनावी प्रक्रिया में निष्पक्षता और पारदर्शिता बनाए रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है.
अवैध शराब तस्करी पर कड़ी नजर
आबकारी विभाग ने चुनाव से पहले अवैध शराब तस्करी की घटनाओं पर कड़ी नजर रखना शुरू कर दिया था, ताकि चुनावी माहौल में किसी भी प्रकार की भ्रष्टाचार या गलत तरीके से मतदान को प्रभावित न किया जा सके. विभाग को सूचना मिली थी कि कुछ स्थानों पर भारी मात्रा में शराब की तस्करी की जा रही है, जिसे चुनावी लाभ के लिए वितरित किया जा सकता है. इसके बाद, विभाग ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 20,000 बोतलें जब्त कीं, जिनकी कीमत लाखों रुपये में आंकी जा रही है.
कड़ी कार्रवाई और जांच
आबकारी विभाग के अधिकारियों ने इस मामले में कई जगहों पर छापेमारी की और शराब की बोतलें जब्त कीं. जब्त की गई शराब विभिन्न ब्रांडों की थी और अवैध तरीके से दिल्ली में लाई जा रही थी. अधिकारियों के अनुसार, इन शराब की बोतलों का इस्तेमाल मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए किया जा सकता था. विभाग ने अब तस्करों और उनके नेटवर्क के खिलाफ कड़ी जांच शुरू कर दी है, ताकि तस्करी के इस रैकेट का पर्दाफाश किया जा सके.
चुनावी माहौल में निष्पक्षता बनाए रखना
दिल्ली विधानसभा चुनावों को देखते हुए चुनाव आयोग और संबंधित अधिकारियों ने चुनावी प्रक्रिया को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाए रखने के लिए कई कदम उठाए हैं. आबकारी विभाग की इस कार्रवाई को इसी दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है. चुनाव आयोग ने भी पहले ही निर्देश दिए थे कि किसी भी प्रकार की मतदाताओं को प्रभावित करने की कोशिशों को रोकने के लिए कड़ी निगरानी रखी जाएगी.
आबकारी विभाग द्वारा की गई यह कार्रवाई चुनावी प्रक्रिया में निष्पक्षता को सुनिश्चित करने की दिशा में एक सख्त कदम है. जब्त की गई शराब तस्करी के इस रैकेट को रोककर, विभाग ने यह दिखा दिया है कि चुनावी माहौल को प्रभावित करने वाले सभी प्रयासों को कड़ी निगरानी और कार्रवाई के तहत रोका जाएगा. अब आगे की जांच से यह पता चलेगा कि इस तस्करी के पीछे कौन से लोग शामिल हैं और उनका उद्देश्य क्या था.