जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में मुठभेड़, सेना के एक जवान शहीद, तीन घायल

JCO killed Jammu Kashmir: जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के सुदूर वन क्षेत्र में चल रहे आतंकवाद विरोधी अभियान में रविवार को एक जूनियर कमीशंड अधिकारी (जेसीओ) शहीद हो गए, जबकि तीन अन्य जवान घायल हो गए. मृतक जवान की पहचान 2 पैरा (एसएफ) के नायब सूबेदार राकेश कुमार के रूप में हुई है. वह हाल ही में दो विलेज डिफेंस गार्ड (वीडीजी) की हत्या के बाद शनिवार को किश्तवाड़ में भारत रिज के सामान्य क्षेत्र में शुरू किए गए संयुक्त अभियान का हिस्सा थे.

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JCO killed Jammu Kashmir: जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के केशवान जंगल में आतंकवादियों के खिलाफ सुरक्षा बलों द्वारा चलाए जा रहे अभियान में रविवार को सेना का एक जवान शहीद हो गया और तीन अन्य जवान घायल हो गए. शहीद जवान की पहचान 2 पैरा (एसएफ) के नायब सूबेदार राकेश कुमार के रूप में हुई है. यह अभियान हाल ही में दो ग्राम रक्षा रक्षकों (वीडीजी) की हत्या के बाद शुरू किया गया था, जिसके अंतर्गत सुरक्षा बल आतंकवादियों की खोज में जुटे हैं.

आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ और सुरक्षाबलों की कार्रवाई

आतंकियों द्वारा वीडीजी नजीर अहमद और कुलदीप कुमार की हत्या के बाद गुरुवार से ही कुंतवाड़ा और केशवान के जंगलों में व्यापक तलाशी अभियान चलाया जा रहा था. रविवार सुबह करीब 11 बजे आतंकवादियों की मौजूदगी की पुष्टि होने के बाद सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच गोलीबारी शुरू हुई. इस दौरान शुरुआती गोलीबारी में सेना के चार जवान घायल हो गए, जिनमें से एक ने बाद में दम तोड़ दिया. बाकी तीन घायल जवानों की स्थिति गंभीर बताई जा रही है और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

व्हाइट नाइट कोर का बयान और अभियान की स्थिति

जम्मू में सेना की व्हाइट नाइट कोर ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर इस घटना की जानकारी साझा की. उनके पोस्ट में बताया गया कि खुफिया जानकारी के आधार पर किश्तवाड़ के भारत रिज क्षेत्र में संयुक्त अभियान शुरू किया गया, ताकि उन आतंकवादियों को पकड़ा जा सके जिन्होंने हाल ही में निर्दोष ग्रामीणों का अपहरण कर उनकी हत्या की थी. इस अभियान में सेना और पुलिस की संयुक्त टीमों ने आतंकियों को चारों ओर से घेर लिया है, और इस दौरान क्षेत्र में छिटपुट गोलीबारी जारी है.

आतंकियों की घेराबंदी और आगे की योजना

अधिकारियों का कहना है कि इस अभियान का उद्देश्य वीडीजी हत्याओं के लिए जिम्मेदार आतंकियों को पकड़ना है. अब तक की रिपोर्टों के मुताबिक, क्षेत्र में लगभग तीन से चार आतंकियों को घेर लिया गया है. सुरक्षा बलों की कोशिश है कि जल्द से जल्द इन आतंकियों को निष्क्रिय कर क्षेत्र को सुरक्षित बनाया जा सके.