Eknath Shinde's first reaction on Kunal Kamra controversy: स्टैंडअप कॉमेडियन कुणाल कामरा विवाद पर पहली बार महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अपनी चुप्पी तोड़ी है. कामरा के कथित ‘गद्दार’ मजाक पर शिंदे ने कहा कि हमें हास्य की समझ है, लेकिन इसकी एक सीमा होनी चाहिए.
यह विवाद उस समय शुरू हुआ जब रविवार को कुणाल कामरा ने कथित तौर पर शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे पर तंज कसते हुए फिल्म ‘दिल तो पागल है’ के एक गाने को बदलकर कुछ विवादित बयान दिया.
शिवसेना की कड़ी प्रतिक्रिया
कुणाल के कथित मज़ाक पर शिवसेना नेताओं ने कड़ी आपत्ति जताई है. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी कामरा की "निम्न स्तरीय कॉमेडी" की निंदा की और उनसे माफ़ी मांगने को कहा. शिंदे ने इस मामले पर अपनी पहली प्रतिक्रिया में कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है, लेकिन इसकी एक सीमा होनी चाहिए.
उन्होंने विपक्ष पर भी निशाना साधा और कहा कि कामरा का मज़ाक ठेका लेने के बाद किसी के लिए बोलने जैसा है. शिंदे ने चुटकी लेते हुए कहा कि यह वही व्यक्ति है जिसने प्रधानमंत्री, सुप्रीम कोर्ट, पत्रकार अर्नब गोस्वामी और कुछ उद्योगपतियों पर भी टिप्पणी की है. उन्होंने कहा कि यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता नहीं है, बल्कि किसी के लिए काम करना है.
शिवसैनिकों का हंगामा
विवाद बढ़ने के बाद शिवसेना कार्यकर्ताओं ने मुंबई के हेबिटेट कॉमेडी क्लब पर हमला कर तोड़फोड़ मचाई, जहाँ कामरा का शो हुआ था. इस घटना में कई शिवसेना नेताओं को मुंबई पुलिस ने हिरासत में लिया. खार पुलिस स्टेशन में 19 नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत FIR दर्ज की गई. शिंदे ने इस हमले पर कहा कि दूसरे पक्ष को भी एक स्तर बनाए रखना चाहिए, वरना हर कार्रवाई की प्रतिक्रिया होती है.
कुणाल कामरा का जवाब
कुणाल कामरा ने इस विवाद पर अपनी सफाई दी और कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता केवल सत्ता की तारीफ तक सीमित नहीं होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि मेरा सार्वजनिक हस्तियों पर मजाक करने का अधिकार वही रहेगा, और मैं इसके लिए माफी नहीं मांगूंगा. उन्होंने कानूनी कार्रवाई के लिए तैयार होने की बात भी कही.
क्लब पर हमले की निंदा करते हुए कामरा ने कहा कि हेबिटेट या कोई भी स्थान मेरी कॉमेडी के लिए जिम्मेदार नहीं है. यह हमला उतना ही बेतुका है जितना टमाटर के ट्रक को पलट देना, क्योंकि आपको बटर चिकन पसंद नहीं आया.