'41 दिनों के उपवास से स्वास्थ्य पर पड़ा असर...', किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल को लेकर डॉक्टरों ने दी अहम जानकारी 

पिछले कुछ दिनों से चल रहे आमरण अनशन ने अब एक नया मोड़ ले लिया है. 41 दिनों से आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल की तबीयत बहुत खराब हो गई है. दरअसल, उनकी हालत पंजाब-हरियाणा सीमा पर खनौरी धरना स्थल पर महापंचायत को संबोधित करने के 24 घंटे बाद अचानक बिगड़ गई.

Date Updated
फॉलो करें:

Bathinda News: पिछले कुछ दिनों से चल रहे आमरण अनशन ने अब एक नया मोड़ ले लिया है. 41 दिनों से आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल की तबीयत बहुत खराब हो गई है. दरअसल, उनकी हालत पंजाब-हरियाणा सीमा पर खनौरी धरना स्थल पर महापंचायत को संबोधित करने के 24 घंटे बाद अचानक बिगड़ गई. उनका इलाज कर रहे डॉक्टरों ने अहम जानकारी दी है. 

उनका इलाज कर रहे डॉक्टरों की टीम के अनुसार दल्लेवाल की ग्लोमेरुलर फिल्ट्रेशन दर में कमी आई है. ग्लोमेरुलर फिल्ट्रेशन शुद्धिकरण (Glomerular filtration purification) के माध्यम से उनका खून साफ किया जा रहा है. ये वह प्रक्रिया है जिसके तहत किडनी खून से अपशिष्ट और अतिरिक्त पानी को छानकर पेशाब में डालती है.

लीवर में भी हो रही दिक्कत 

डॉक्टरों ने बताया कि अगर वो अनशन खत्म भी कर देते हैं, तो भी दल्लेवाल पूरी तरह से ठीक नहीं हो पाएंगे. शनिवार शाम से ही उनको लगातार उल्टियां हो रही हैं और सांस लेने के साथ- साथ बेचैनी महसूस हो रही है. कल यानि रविवार को वो ठीक से बोल भी नहीं पा रहे थे. शनिवार को जब दल्लेवाल को किसान महापंचायत के मंच पर लाया गया, खास तौर पर तैयार बिस्तर पर लिटाया गया और सभा को संबोधित किया गया, उस समय वो ठंड से बहुत ज्यादा परेशान थे.

महापंचायत के बाद जब उन्हें वापस उनके चैंबर में भेजा गया तब उन्हें बेचैनी महसूस होने लगी. उनके लीवर में भी दिक्कत बताया जा रहा है. जब उनको मंच से वापस ले जाया जा रहा था, उस समय उनका रक्तचाप कम हो गया और उन्हें उल्टी होने लगी. दिन में भी पुलिस के अधिकारीयों ने दल्लेवाल को बिना अनशन तोड़े अस्पताल में पहुंचाया. साथ ही चिकित्सा सहायता लेने के लिए मनाने के लिए खनौरी पहुंचे.

पूर्व डीआईजी ने दी जानकारी 

इस मामले में पूर्व DIG नरिंदर भार्गव और पटियाला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) नानक सिंह ने सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से एक दिन पहले ही किसानों से मुलाकात की. उस समय दल्लेवाल महापंचायत को संबोधित कर रहे थे. डॉक्टर ने उस समय भी दल्लेवाल को मंच छोड़ने को कहा था. लेकिन किसान नेता ने अपना भाषण जारी रखा और उन्हें बड़ी भीड़ के सामने बोलने देने के लिए कहते हुए सुना जा सकता था. उनकी हालत को देखते हुए, डॉक्टर नहीं चाहते थे कि उन्हें संबोधन के लिए बाहर ले जाया जाए, लेकिन दल्लेवाल लोगों तक पहुंचना चाहते थे क्योंकि उनके आग्रह पर ही बड़ी भीड़ जुटाई गई थी. 

डॉक्टरों की एक टीम रख रही नजर 

महापंचायत के बाद डॉ. अवतार सिंह के नेतृत्व में डॉक्टरों की एक टीम उनके स्वास्थ्य पर नजर रख रही है और उनके ज़रूरी अंगों की जाँच कर रही है. अपने संबोधन के दौरान दल्लेवाल ने किसानों से अपील की कि वे इस लड़ाई को पूरे देश में आगे बढ़ाएँ क्योंकि एमएसपी का कानूनी अधिकार पाने की लड़ाई कठिन है. उन्होंने पंजाब के किसानों से अपील की कि वे लगभग 13,000 गाँवों में से हर गाँव से कम से कम एक ट्रैक्टर-ट्रेलर खनौरी धरना स्थल पर भेजें. किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने कहा कि दल्लेवाल को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग खनौरी पहुँचे हैं और उन्हें उम्मीद है कि लोग दल्लेवाल की इच्छा के अनुसार ही काम करेंगे.