लॉरेंस या कोई और! देवेंद्र फडणवीस का दुश्मन कौन? इंटेलिजेंस रिपोर्ट के आधार बढ़ाई गई सुरक्षा

Devendra Fadnavis' Security Increased: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे इस महीने के आखिर में घोषित किए जाएंगे. ऐसे में सभी पार्टियों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं. इस बीच महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस की सुरक्षा बढ़ाने का फैसला लिया गया है. सरकार ने यह कदम खुफिया रिपोर्ट के बाद उठाया है, जिसमें फडणवीस को संभावित खतरों का जिक्र किया गया था.

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Devendra Fadnavis' Security Increased: महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस की सुरक्षा को बढ़ाने का फैसला लिया गया है. सरकार ने इंटेलिजेंस रिपोर्ट के बाद यह कदम उठाया, जिसमें फडणवीस के लिए संभावित खतरों का जिक्र किया गया था. रिपोर्ट के मद्देनज़र, फोर्स वन के 10 से 12 कमांडो उनकी नागपुर स्थित निवास के बाहर तैनात किए गए हैं.

बागी लोगों को समझाने की जिम्मेदारी हमारी 

राजनीतिक गतिविधियों के चलते फडणवीस महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनावों की रणनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं. एकनाथ शिंदे, अजीत पवार और बीजेपी के गठबंधन को लेकर वे सक्रिय हैं, साथ ही पार्टी के भीतर बागियों की चुनौती का सामना भी कर रहे हैं. फडणवीस ने कहा कि बागी लोग हमारे ही हैं और उन्हें समझाना हमारी जिम्मेदारी है. उन्होंने विश्वास जताया कि बीजेपी अपने बागियों को मनाने में सफल रहेगी.

इसी बीच शिवाजी मानखुर्द सीट पर एनसीपी के उम्मीदवार नवाब मलिक के मुद्दे पर बीजेपी में हलचल मची हुई है. पार्टी ने यह स्पष्ट किया है कि वह मलिक के प्रचार में भाग नहीं लेगी. उद्धव सेना की नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने इस पर टिप्पणी की है कि बीजेपी ने पहले मलिक की उम्मीदवारी का विरोध किया था, जबकि अब अजीत पवार ने उन्हें टिकट दे दिया है. बीजेपी नेता आशीष शेलार ने कहा कि वे मलिक के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन प्रचार नहीं करेंगे, जो बीजेपी की कथनी और करनी के बीच का अंतर दर्शाता है.