अदालत ने आतंकवाद मामले में जम्मू कश्मीर के सांसद राशिद इंजीनियर की याचिका पर एनआईए से जवाब मांगा

जम्मू-कश्मीर के सांसद राशिद इंजीनियर की आतंकवाद मामले में दायर याचिका पर दिल्ली की एक अदालत ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) से जवाब मांगा है.सांसद ने अपनी याचिका में एनआईए द्वारा उनके खिलाफ चलाए जा रहे आतंकवाद संबंधी जांच को चुनौती दी थी, और अदालत से इसे रद्द करने की मांग की थी.इस मामले को लेकर अदालत ने एनआईए से 29 जनवरी तक अपना जवाब प्रस्तुत करने के लिए कहा है.

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Courtesy: social media

New Delhi: जम्मू-कश्मीर के सांसद राशिद इंजीनियर की आतंकवाद मामले में दायर याचिका पर दिल्ली की एक अदालत ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) से जवाब मांगा है.सांसद ने अपनी याचिका में एनआईए द्वारा उनके खिलाफ चलाए जा रहे आतंकवाद संबंधी जांच को चुनौती दी थी, और अदालत से इसे रद्द करने की मांग की थी.इस मामले को लेकर अदालत ने एनआईए से 29 जनवरी तक अपना जवाब प्रस्तुत करने के लिए कहा है.

राशिद इंजीनियर की याचिका

राशिद इंजीनियर ने अपनी याचिका में यह आरोप लगाया है कि एनआईए द्वारा उन्हें बेवजह और गलत तरीके से निशाना बनाया जा रहा है.सांसद ने दावा किया कि उनके खिलाफ जो आरोप लगाए गए हैं, वे पूरी तरह से निराधार और राजनीति से प्रेरित हैं.उन्होंने यह भी कहा कि एनआईए ने बिना पर्याप्त प्रमाण के उन्हें इस जांच का हिस्सा बना लिया है, जो उनके संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन है.

याचिका में सांसद ने मांग की थी कि अदालत इस मामले में एनआईए को आदेश दे कि उनके खिलाफ की जा रही जांच को तत्काल प्रभाव से रोका जाए.साथ ही, उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि एनआईए द्वारा उनके खिलाफ की जा रही कार्रवाई के पीछे राजनीतिक उद्देश्य छिपे हुए हैं.

एनआईए से जवाब की मांग

अदालत ने राशिद इंजीनियर की याचिका पर सुनवाई करते हुए एनआईए से अपना जवाब प्रस्तुत करने के लिए कहा है.अदालत ने एनआईए को 29 जनवरी तक समय दिया है, ताकि वे इस मामले में अपना पक्ष रख सकें.अदालत ने यह भी कहा कि इस मामले पर अंतिम निर्णय तब लिया जाएगा जब एनआईए का जवाब मिल जाएगा.

एनआईए की जांच

राशिद इंजीनियर के खिलाफ एनआईए की जांच जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों से जुड़ी है.एनआईए ने यह आरोप लगाया है कि इंजीनियर के संबंध आतंकवादी संगठनों से हो सकते हैं और उन्होंने कुछ संदिग्ध गतिविधियों में भाग लिया है.हालांकि, इंजीनियर ने इन आरोपों को सिरे से नकारा है और इसे राजनीतिक साजिश करार दिया है.

इस मामले में अदालत का निर्णय आने वाला समय यह तय करेगा कि एनआईए की जांच जारी रहती है या नहीं, और क्या सांसद राशिद इंजीनियर को राहत मिलती है.फिलहाल, यह मामला जांच के दायरे में है और एनआईए को जवाब प्रस्तुत करने के लिए समय दिया गया है.जम्मू-कश्मीर से संबंधित इस उच्च-प्रोफाइल मामले में आगे क्या घटनाक्रम होगा, यह देखने वाली बात होगी।