भतीजी की शादी में पहुंचे सीएम योगी, क्या करते हैं सीएम के दामाद?

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपनी भतीजी की शादी में शामिल होने के लिए उत्तराखंड गए हुए हैं. यह शादी 7 फरवरी को हुई थी. योगी आदित्यनाथ का संबंध उत्तराखंड के पौड़ी जिले के यमकेश्वर ब्लॉक स्थित पंचूर गांव से है, और उन्होंने इस अवसर पर अपनी भतीजी के विवाह समारोह में हिस्सा लिया. 

Date Updated
फॉलो करें:
Courtesy: social media

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपनी भतीजी की शादी में शामिल होने के लिए उत्तराखंड गए हुए हैं. यह शादी 7 फरवरी को हुई थी. योगी आदित्यनाथ का संबंध उत्तराखंड के पौड़ी जिले के यमकेश्वर ब्लॉक स्थित पंचूर गांव से है, और उन्होंने इस अवसर पर अपनी भतीजी के विवाह समारोह में हिस्सा लिया. 

शादी और परिवारिक रिश्ते

योगी आदित्यनाथ बीते दो दिनों से उत्तराखंड में हैं, जहां उन्होंने अपनी भतीजी के शादी समारोह में शिरकत की. इस दौरान उत्तराखंड के राज्यपाल रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी विवाह समारोह में शामिल हुए. सीएम योगी ने नवविवाहित जोड़े को आशीर्वाद दिया और इस मौके पर परिवार के साथ समय बिताया. उन्होंने अपने बचपन के स्कूल का भी दौरा किया, जहां छात्रों ने उनका भव्य स्वागत किया. 

दामाद की पहचान और पेशेवर जीवन

सीएम योगी के दामाद मनोज गड़िया पूर्वोत्तर रेलवे के गोरखपुर डिवीजन में इंजीनियर के पद पर कार्यरत हैं. वर्तमान में उनका पोस्टिंग गोरखपुर में ही है. यह शादी उनके परिवार के लिए एक खुशी का पल था, और सीएम योगी ने इसे पूरी पारिवारिक गर्मजोशी के साथ मनाया. 

धार्मिक और सामाजिक गतिविधियां

इस दौरान सीएम योगी ने महायोगी गुरु गोरखनाथ राजकीय महाविद्यालय में ब्रह्मलीन संत महंत अवैधनाथ की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की. उन्होंने अपने पिता आनंद सिंह बिष्ट की स्मृति में बनाए गए पार्क में 100 फीट ऊंचे तिरंगे का ध्वजारोहण किया और दो दिवसीय किसान मेले का उद्घाटन भी किया. इसके अतिरिक्त, उन्होंने सिद्धपीठ महादेव मंदिर में दर्शन और पूजा-अर्चना की और कॉलेज की ‘गोरक्ष’ पत्रिका का विमोचन भी किया. 

सीएम योगी का पारिवारिक और सामाजिक जुड़ाव

योगी आदित्यनाथ का पारिवारिक बैकग्राउंड भी खास है. वह सात भाई-बहनों के परिवार से हैं, और उनके पिता आनंद सिंह बिष्ट का 2020 में निधन हो गया था. कोविड-19 प्रोटोकॉल के कारण वह अपने पिता के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो पाए थे. इस यात्रा ने उनके पारिवारिक और सामाजिक संबंधों को दर्शाया और यह यात्रा धार्मिक, सामाजिक और राजनीतिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण रही. 

सीएम योगी का यह दौरा उनके पारिवारिक रिश्तों और जनता के साथ उनके आत्मीय संबंधों को भी उजागर करता है, जो हमेशा उनके नेतृत्व का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहे हैं.