प्रयागराज महाकुंभ में हुई भगदड़ को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे अत्यंत दुखद और एक बड़ा सबक बताया. इस दौरान सीएम योगी भावुक भी हो गए. उन्होंने हादसे में जान गंवाने वाले श्रद्धालुओं के परिजनों को 25 लाख रुपए की मदद देने का ऐलान किया है. वहीं, हादसे पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए उन्होंने घटना की जांच के आदेश दिए हैं. महाकुंभ के दौरान हुई भगदड़ में 30 लोगों की जान चली गई. मुख्यमंत्री ने इस हादसे पर गहरी संवेदना व्यक्त की और इसकी जिम्मेदारी लेने की बात कही, साथ ही मृतकों के परिवारों को आर्थिक सहायता देने की बात भी की.
सीएम योगी ने बताया कि भारी भीड़ के कारण प्रयागराज में सभी रास्ते बंद हो गए थे. प्रशासन ने स्थिति को सामान्य करने और रास्तों को फिर से खोलने के लिए पूरी तत्परता से काम किया. उन्होंने यह भी कहा कि मेला प्राधिकरण के अनुरोध पर अखाड़ों ने अपना स्नान स्थगित किया था, और स्नान दोपहर के समय शुरू हुआ, जिसमें सभी ने अमृत स्नान किया. सीएम योगी ने कहा कि अखाड़ा मार्ग पर हुआ यह हादसा अत्यंत दुखद है.
भारी भीड़ के कारण हुआ हादसा
सीएम योगी ने कहा कि यह हादसा भारी भीड़ के कारण हुआ. उन्होंने बताया कि आज लगभग 8 करोड़ श्रद्धालुओं ने अमृत स्नान किया है. प्रयागराज और आसपास के जिलों में श्रद्धालुओं को रोका गया था. सभी अखाड़ों का स्नान संपन्न होने के बाद ही श्रद्धालुओं को महाकुंभ में आने की अनुमति दी गई.
जांच के लिए न्यायिक आयोग का गठन
सीएम योगी ने कहा कि यह स्वाभाविक है कि इस हादसे पर सवाल उठेगा. इस भगदड़ की जांच के लिए एक तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन किया गया है. सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति हर्ष कुमार इस आयोग के अध्यक्ष होंगे, जबकि पूर्व डीजीपी वीके गुप्ता और सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी डीके सिंह को इस आयोग का सदस्य बनाया गया है.
पीड़ित परिवारों को 25-25 लाख की सहायता
सीएम योगी ने बताया कि इस भगदड़ की पुलिस द्वारा अलग से जांच की जाएगी. इसके साथ ही, प्रत्येक पीड़ित परिवार को 25-25 लाख रुपए की अनुग्रह राशि देने का ऐलान किया गया है. इसके अलावा, यूपी के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और डीजीपी प्रशांत कुमार कल घटनास्थल पर पहुंचेंगे और वहां आगे की व्यवस्थाओं के लिए समीक्षा बैठक भी करेंगे.