Chaitra Navratri 2025: चैत्र नवरात्रि शुरू हो चुका है. आज त्योहार के पहले दिन देश के अलग-अलग मंदिरों को भव्य तरीके से सजाया गया है. साथ ही अगले नौ दिन के लिए देवी दुर्गा की पूजा-अर्चना के लिए खास तैयारी की गई है. नौ दिवसीय इस उत्सव के पहले दिन पर मंदिरों में भक्तों का सैलाब उमड़ा है. पूजा-अर्चना के लिए भक्तों की लंबी कतार लगी है.
राष्ट्रीय राजधानी भर के मंदिरों में सुबह की आरती की गई. नवरात्रि के पहले दिन माता रानी के पहले रूप शैलपुत्री की पूजा की जाती है. इस खास दिन को श्री आद्या कात्यायनी शक्तिपीठ मंदिर में बड़ी संख्या में लोग पूजा-अर्चना करने और देवी दुर्गा से आशीर्वाद लेने के लिए एकत्र हुए.
नवरात्रि जिसका संस्कृत में अर्थ 'नौ रातें' है. नवरात्रि के दौरान देवी दुर्गा और उनके नौ अवतारों की पूजा की जाती है. हालांकि हिंदू समुदाय के लोग साल में दो बार नवरात्रि का त्योहार मनाते हैं. सबसे पहले चैत्र नवरात्रि, जो की मार्च और अप्रैल के महीने में शुरू होता है. दूसरा शरद नवरात्रि, जिसे अक्टूबर के आसपास मनाया जाता है. नवरात्रि विभिन्न रूपों और परंपराओं में मनाई जाती है. चैत्र नवरात्रि का नौ दिवसीय उत्सव राम नवमी पर समाप्त होता है. इसे राम नवरात्रि के रूप में भी जाना जाता है, जो भगवान राम का जन्मदिन है. पूरे त्यौहार के दौरान सभी नौ दिन देवी 'शक्ति' के नौ अवतारों का सम्मान करने के लिए समर्पित होते हैं. यह त्यौहार पूरे भारत में बड़ी श्रद्धा के साथ मनाया जाता है. जिसमें देवी के विभिन्न रूपों का सम्मान करते हुए अनुष्ठान और प्रार्थनाए. की जाती हैं.
#WATCH | Delhi: Morning Aarti is being offered at Chhatarpur's Shri Aadya Katyayani Shaktipith Mandir on the first day of Chaitra Navratri.
— ANI (@ANI) March 30, 2025
Goddess Durga is worshipped in the form of Mata Shailputri on the first day of Navratri. pic.twitter.com/vxxkLScz04
नवरात्रि का प्रत्येक दिन देवी के एक अलग रूप को समर्पित होता है. जो शक्ति, करुणा और ज्ञान के विभिन्न पहलुओं का प्रतीक है. इस दौरान भक्त उपवास करते हैं, भक्ति गीत गाते हैं और आनंदमय वातावरण बनाते हैं. साथ ही इस दौरान शुद्धता का भी खास ख्याल रखा जाता है. इस बार राम जन्मभूमि मंदिर अयोध्या से राम जन्मोत्सव पर एक भव्य लाइव कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया है. जिसका प्रसारण 6 अप्रैल को सुबह 11:45 बजे से दोपहर 12:15 बजे तक होगा. इस दौरान भक्त अपने-अपने घरों से ही राम लला के दर्शन कर सकते हैं.