Srinagar Lal Chowk: भारत का स्वर्ग कहे जाने वाले जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. हाल के दिनों में आतंकवादी हमलों में बढ़ोतरी से राज्य में एक बार फिर दहशत का माहौल बन गया है. कुछ दिनों पहले हुए एक हमले में 4 लोगों की जान जाने के बाद, अब श्रीनगर के लाल चौक इलाके में हुए एक ग्रेनेड धमाके में 10 लोग घायल हो गए हैं.
लाल चौक पर ग्रेनेड ब्लास्ट से मची अफरातफरी
श्रीनगर का लाल चौक हमेशा से व्यस्त इलाका माना जाता है और यहां हर रविवार को संडे मार्केट लगता है, जहां बड़ी संख्या में लोग खरीदारी करने आते हैं. इसी दौरान अचानक ग्रेनेड ब्लास्ट होने से वहां अफरातफरी मच गई. धमाके में घायल सभी लोगों को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया है और पुलिस ने घटनास्थल को घेरकर मामले की जांच शुरू कर दी है.
#WATCH | Jammu and Kashmir: Militants hurled grenade at TRC, Sunday market in Srinagar. More details awaited. pic.twitter.com/97EGapejDT
— ANI (@ANI) November 3, 2024
जम्मू-कश्मीर पुलिस के आईजी ने इसे एक 'रहस्यमयी विस्फोट' करार दिया है, लेकिन आतंकी हमले की आशंका से भी इनकार नहीं किया गया है. सुरक्षा एजेंसियां अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि यह हमला आतंकी संगठन की योजना का हिस्सा था या किसी स्थानीय समूह द्वारा अंजाम दिया गया. इलाके की सुरक्षा बढ़ा दी गई है, और हर संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखी जा रही है.
हाल की मुठभेड़ें और आतंकियों का सफाया
इस ग्रेनेड हमले से एक दिन पहले ही सुरक्षाबलों ने श्रीनगर के खानयार इलाके में एक मुठभेड़ के दौरान लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर उस्मान को मार गिराया था. उस्मान, जिसे 'छोटा वालिद' के कोड नेम से जाना जाता था, लश्कर का एक सीनियर कमांडर और सजाद गुल का दाहिना हाथ माना जाता था. इस मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने भारी मात्रा में गोला-बारूद भी बरामद किया. पिछले 48 घंटों में जम्मू-कश्मीर के तीन इलाकों - श्रीनगर, बांदीपोरा, और अनंतनाग - में आतंकियों के खिलाफ अभियान में तीन आतंकियों का खात्मा किया गया है.
जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों को खत्म करने के लिए सुरक्षाबल लगातार मुस्तैदी से अभियान चला रहे हैं. आए दिन आतंकी भारत में घुसपैठ करने और हमले करने की कोशिश में रहते हैं, जिससे निपटने के लिए सुरक्षाबल हर वक्त तैयार रहते हैं. आतंकवाद को रोकने के लिए राज्य में विशेष सुरक्षा बंदोबस्त किए जा रहे हैं और संदिग्ध इलाकों में कड़ी निगरानी रखी जा रही है.