Shehzad Poonawalla Apologises: भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने आप विधायक ऋतुराज झा के उपनाम के विवादास्पद संदर्भ के लिए शुक्रवार को माफी मांगी। टीवी चैनल पर बहस के दौरान पूनावाला की विवादित टिपपणी पर जबरदस्त सियासी हंगामा मचा था और खुद उनकी पार्टी बीजेपी में भी पूनावाला की खुलकर आलोचना हुई थी। इसके अलावा जेडीयू ने भी इसपर आपत्ति जताई थी जबकि आप ने बीजेपी को निशाने पर लेकर उसे मुश्किल में डाल दिया था। अब पूनावाला ने माफी मांगकर विवाद को शांत करने की कोशिश की है।
पूनावाला ने पूर्वांचलियों से मांगी माफी
पूनावाला ने एक्स पर पोस्ट किए गए एक वीडियो संदेश में कहा, मैं अपने सभी पूर्वांचली भाइयों और बहनों से हाथ जोड़कर माफी मांगता हूं जिन्हें मेरे शब्दों से ठेस पहुंची है। मैं कोई सफाई नहीं देना चाहता। उत्तर प्रदेश और बिहार के मेहनतकश लोगों के लिए मेरे मन में बहुत सम्मान है।
बुधवार को एक टेलीविजन समाचार चैनल की बहस के दौरान तीखी बहस में पूनावाला ने ऋतुराज झा उपनाम को लेकर विवादित टिप्पणी की थी। इस टिप्पणी को आम आदमी पार्टी ने अपमानजनक बताया था। बहस के दौरान झा ने पूनावाला को चूनावाला कह दिया था जिसके बाद पूनावाला ने सरनेम को लेकर विवादित टिप्पणी की। अपने प्रतिद्वंद्वियों के अलावा भाजपा की सहयोगी जनता दल (यूनाइटेड) ने भी पूनावाला के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
दिल्ली में भारी संख्या में पूर्वांचल के मतदाता
दिल्ली में पूर्वांचल का अर्थ पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार से है। इस क्षेत्र के मतदाता राष्ट्रीय राजधानी में बड़ी संख्या में रहते हैं और चुनावी रूप से तेजी से प्रभावशाली हो गए हैं। पूनावाला की टिप्पणी पर बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने भी नाराजगी जाहिर की थी और इसे पूर्वांचलियों का अपमान बताया था। उन्होंने इसके लिए माफी की मांग की थी। मनोज तिवारी ने इस मामले में अपने ही प्रवक्ता शहजाद पूनावाला की खिंचाई करते हुए उनकी टिप्पणी की निंदा की और पार्टी द्वारा इस पर संज्ञान लेने की उम्मीद भी जताई। तिवारी ने पूनावाला से भी इस मामले में बिना शर्त के माफी मांगने को कहा था.
.पूर्वांचली समाज या किसी जाति, समाज या प्रांत को अपमानित करने वाले प्रत्येक व्यक्ति के बयान की मैं कड़ी निंदा करता हूँ 🙏 pic.twitter.com/dEB6yQ4K1m
— Manoj Tiwari (@ManojTiwariMP) January 15, 2025
दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान
दिल्ली में 5 फरवरी को विधानसभा चुनाव होने हैं और वोटों की गिनती 8 फरवरी को होगी। इस मुकाबले को 2015 से राजधानी की सत्ता पर काबिज AAP और बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधी लड़ाई के रूप में देखा जा रहा है। शहर में अपनी खोई हुई जमीन वापस पाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है, जिस पर उसने 2013 तक 15 वर्षों तक निर्बाध शासन किया.
(इस खबर को सलाम हिन्दुस्तान की टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की हुई है)