BPSC 70th Prelims: अधिकारियों ने बताया कि हाल ही में बिहार PSC परीक्षा में शामिल हुए कुछ चुनिंदा उम्मीदवारों के लिए शनिवार दोपहर 22 केंद्रों पर दोबारा परीक्षा आयोजित की गई. अधिकारियों ने बताया कि दोपहर 12 बजे शुरू हुई और दोपहर 2 बजे तक जारी रहने वाली दोबारा परीक्षा में कुल 12,000 उम्मीदवार शामिल होने वाले थे.
13 दिसंबर को आयोजित 70वीं संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा (CCE) प्रश्नपत्र लीक होने के आरोपों के कारण विवादों में रही है, जिसका बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) ने खंडन किया है, हालांकि यहां बापू परीक्षा परिसर केंद्र पर परीक्षा देने वाले 12,000 अभ्यर्थियों के लिए नए सिरे से परीक्षा का आदेश दिया गया है.
जिला मजिस्ट्रेट चंद्रशेखर सिंह ने क्या कहा?
जिला मजिस्ट्रेट चंद्रशेखर सिंह ने पत्रकारों को बताया, पटना में 22 केंद्रों पर दोबारा परीक्षा हुई. कुल 12,000 उम्मीदवारों में से लगभग 8,200 उम्मीदवारों ने अपने एडमिट कार्ड डाउनलोड कर लिए हैं. संबंधित अधिकारी बाद में दोबारा परीक्षा देने वाले छात्रों की सही संख्या बताएंगे.
परीक्षा के बाद उन्होंने पीटीआई से कहा, सभी केंद्रों पर दोबारा परीक्षा शांतिपूर्ण तरीके से हुई, जहां पर्याप्त व्यवस्था की गई थी. जिला प्रशासन ने सख्त दिशा-निर्देश जारी किए थे. केंद्रों के 200 मीटर के दायरे में अनधिकृत प्रवेश, सभा और विरोध प्रदर्शन प्रतिबंधित थे. 13 दिसंबर को बीपीएससी द्वारा आयोजित संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा को रद्द करने की मांग जोर पकड़ रही है, क्योंकि आंदोलनकारी उम्मीदवारों को विभिन्न राजनीतिक दलों, निर्दलीय सांसद पप्पू यादव और जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर का समर्थन मिल रहा है.
पप्पू यादव और जन सुराज का समर्थन
यादव ने शुक्रवार को अपने समर्थकों के साथ पटना के कई इलाकों और राज्य के अन्य हिस्सों में रेल और सड़क यातायात को अवरुद्ध किया था. कांग्रेस, सीपीआई-एमएल (लिबरेशन), सीपीआई (एम) और सीपीआई के कई विधायकों और नेताओं ने भी प्रदर्शनकारी उम्मीदवारों को समर्थन दिया, जो मांग कर रहे हैं कि राज्य भर में 900 से अधिक केंद्रों पर उपस्थित सभी पांच लाख उम्मीदवारों के लिए नए सिरे से परीक्षा आयोजित की जाए, ताकि समान अवसर सुनिश्चित हो सके.
प्रशात किशोर ने क्या कहा?
किशोर ने 13 दिसंबर की परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर गुरुवार से शुरू किया अपना आमरण अनशन जारी रखा था. मुझे पता है कि बापू परीक्षा परिसर केंद्र की दोबारा परीक्षा, जहां करीब 15,000 छात्र शामिल हुए थे, आज पटना में हो रही है, जबकि हमने पूरी परीक्षा रद्द करने का बार-बार अनुरोध किया था. उन 3.5 लाख अभ्यर्थियों का क्या होगा जो दोबारा परीक्षा की मांग कर रहे हैं? मुझे यकीन है कि आज की परीक्षा के बाद विरोध और तेज होगा.
सरकार हमारी बात सुनेगी. प्रशासन शुक्रवार को हमारे पास आए और हमसे हड़ताल खत्म करने का अनुरोध किया. राज्य में भर्ती प्रक्रिया में व्याप्त भ्रष्टाचार के बारे में सभी जानते हैं. भ्रष्ट अधिकारी और माफिया राज्य और बीपीएससी में विभिन्न पदों के लिए 30 लाख रुपये से 1.5 करोड़ रुपये तक वसूल रहे हैं.
जिला प्रशासन ने क्या कहा?
जिला प्रशासन ने पहले गांधी मैदान में किशोर के आमरण अनशन को अवैध करार दिया था, क्योंकि यह इस तरह के विरोध प्रदर्शन के लिए स्थल नहीं दिया गया है. डीएम ने कहा, हम घटनाक्रम पर कड़ी नज़र रख रहे हैं. आज की परीक्षा पूरी होने के बाद हम अपनी आगे की कार्रवाई तय करेंगे.