बांग्लादेश से बदला लेगा भारत का ये छोटा-सा राज्य, जानिए क्या होगा तरीका 

Tripura Bangladesh border: बांग्लादेश में जब से सरकार का तख्ता पलटा है, हिंदुओं के बंटवारे का मुद्दा लगातार तूल पकड़ता जा रहा है. ऐसे में भारत का एक छोटा सा राज्य 135 लोगों का बदला लेगा. आइए जानते हैं कि यह कौन सा राज्य है और क्या है पूरा मामला?

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Tripura Bangladesh border: बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन के बाद वहां हिंदुओं की हिस्सेदारी बढ़ती जा रही है, ऐसे कई मामले हर दिन सामने आ रहे हैं जिसमें हिंदू लोगों के साथ मारपीट की जा रही है. अब ऐसे में भारत के एक छोटे से राज्य ने बदला लेने की योजना बनाई है. जी हां, हम बात कर रहे हैं त्रिपुरा की जो तीन तरफ से बांग्लादेश से घिरा हुआ है. आइए समझते हैं पूरी घटना?

क्या है पूरा मामला 

दरअसल, भारत का एक छोटा सा राज्य त्रिपुरा सभी हिंदुओं का बदला लेने की प्लान कर रहा है. त्रिपुरा ने बांग्लादेश को 135 करोड़ रुपये का बकाया बिजली बिल तुरंत चुकाने का आदेश दिया है. वर्ना बिजली काटने की भी बात की है. साथ ही त्रिपुरा सरकार ने बांग्लादेश के मरीजों का इलाज बंद करने की घोषणा की है. उन्होंने ये फैसला पड़ोसी देश में हिंदुओं के खिलाफ हो रहे जुल्म को ध्यान में रख कर लिया है. 

त्रिपुरा के बिजली मंत्री ने दिया बड़ा बयान 

इस फैसले के बाद त्रिपुरा के बिजली मंत्री रतन लाल नाथ ने कहा कि बांग्लादेश पर कुल 135 करोड़ बाकी है. वैसे तो वो नियमित रूप से पैसे दे रहा है, लेकिन अब उसका चार्ज 6.65 रुपये चार्ज कर रहे हैं. साथ ही अगरतला के ILS अस्पताल ने बांग्लादेश के मरीजों का इलाज बंद करने का आदेश दिया है. 

वही अगरतला ILS अस्पताल के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर गौतम हजारिका ने बड़ा बयान दिया है, उन्होंने कहा कि वो बांग्लादेश के मरीजों का इलाज नहीं करने की मांग का पूरा समर्थन करते हैं. उन्होंने कहा कि आज से अखौरा चेक पोस्ट और आईएलएस अस्पतालों से सभी हेल्प लाइन नंबर उनके लिए बंद है. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश ने तिरंगे का अपमान और हिंदुओं के साथ अत्याचार किया है. इससे साथ ही कोलकता के जेएन राय अस्पताल ने भी इस फैसले का समर्थन करते हुए अपने वहां भी लागू किया है. 

त्रिपुरा के मुख्यमंत्री ने जताई चिंता

त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने बांग्लादेश में बिगड़ती स्थिति को लेकर चिंता जताई है. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ अत्याचार बढ़ रहे हैं. शेख हसीना सरकार के कार्यकाल के दौरान जेल में बंद कई आतंकवादी अब बाहर आ गए हैं, जो भारत, खासकर त्रिपुरा के लिए चिंता का विषय है. मुख्यमंत्री ने कहा कि त्रिपुरा की सीमा तीन तरफ से बांग्लादेश से लगी है, इसलिए भारत सरकार स्थिति पर कड़ी नजर रख रही है. उन्होंने सवाल उठाया कि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार किस तरह से काम कर रही है. सीमा सुरक्षा को लेकर निगरानी और सख्त कर दी गई है.

भारतीय यात्रियों को धमकी

त्रिपुरा के परिवहन मंत्री सुशांत चौधरी ने जानकारी दी कि अगरतला से कोलकाता जा रही एक बस पर बांग्लादेश के ब्राह्मणबारिया जिले के विश्व रोड पर हमला हुआ. इस बस में 28 यात्री सवार थे, जिनमें 17 भारतीय और 11 बांग्लादेशी नागरिक थे. उन्होंने बताया कि बस अपनी लेन में चल रही थी, तभी एक ट्रक ने जानबूझकर उसे टक्कर मारी. इसके बाद एक ऑटोरिक्शा बस के सामने आ गया, जिससे दोनों की टक्कर हो गई.

घटना के बाद स्थानीय लोगों ने बस में सवार भारतीय यात्रियों को धमकाना शुरू कर दिया. वहां भारत विरोधी नारे लगाए गए और भारतीय यात्रियों के साथ दुर्व्यवहार करते हुए जान से मारने की धमकी दी गई.

मंत्री ने की घटना की निंदा

परिवहन मंत्री सुशांत चौधरी ने इस घटना की कड़ी निंदा की और बांग्लादेश सरकार से भारतीय यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की. उन्होंने बताया कि कोलकाता और अगरतला के बीच बस सेवा ढाका के रास्ते संचालित होती है, जिससे सफर की दूरी कम हो जाती है. यह सेवा हवाई यात्रा की तुलना में किफायती है और ट्रेन से तेज है, जो आमतौर पर 30 घंटे लेती है.