Baba Siddique Murder Case: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद उनके बेटे जीशान सिद्दीकी ने सोशल मीडिया पर मांग की है कि उनके पिता की मौत की जिम्मेदारी ली जाए. जीशान ने एक्स पर लिखा, "मेरे पिता ने गरीब और बेगुनाह लोगों की जान और घरों की रक्षा करते हुए अपनी जान गंवाई. आज मेरा परिवार टूट गया है, लेकिन उनकी मौत का राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए और इसे व्यर्थ नहीं जाने दिया जाना चाहिए. मुझे न्याय चाहिए, मेरे परिवार को न्याय चाहिए!"
मुंबई पुलिस ने दी जानकारी
मुंबई पुलिस ने बताया है कि बाबा के बेटे और कांग्रेस विधायक जीशान सिद्दीकी भी हमलावरों के निशाने पर थे. पुलिस प्रवक्ता ने एएनआई को बताया इस घटना से कुछ दिन पहले जीशान को धमकियां मिली थीं. आरोपियों ने पूछताछ के दौरान बताया कि जीशान और बाबा दोनों ही लक्ष्य थे और उन्हें जो भी मिले, उस पर गोली चलाने का आदेश दिया गया था.
My father lost his life protecting and saving the lives and homes of poor innocent people. Today, my family is broken but his death must not be politicised and definitely not go in vain.
— Zeeshan Siddique (@zeeshan_iyc) October 17, 2024
I NEED JUSTICE, MY FAMILY NEEDS JUSTICE!
महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की 12 अक्टूबर को रात 9:15 से 9:30 बजे के बीच मुंबई में गोली मारकर हत्या कर दी गई. यह हमला सिद्दीकी के बांद्रा (पूर्व) स्थित अपने बेटे जीशान के कार्यालय से निकलने के कुछ ही देर बाद हुआ, जहां वे विधानसभा चुनावों की योजनाओं पर चर्चा कर रहे थे. पुलिस रिपोर्ट के अनुसार, सिद्दीकी अपने कार्यालय से खेरवाड़ी जंक्शन तक लगभग 50 मीटर चले थे, तभी एक ऑटोरिक्शा में तीन लोग आए. हमलावरों में से एक, जिसका नाम शिवकुमार गौतम है, ने कथित तौर पर सिद्दीकी पर छह गोलियां चलाईं. तीन गोलियां उन्हें लगीं, जबकि दो उनकी कार में लगीं. छठी गोली पास में खड़े एक राहगीर को लगी.
तीन मुख्य आरोपी गिरफ्तार
घटना के 24 घंटे से भी कम समय में मुंबई पुलिस ने महत्वपूर्ण प्रगति की है. तीन मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है - दो शूटर और एक मुख्य साजिशकर्ता का भाई. गिरफ्तार शूटरों की पहचान धर्मराज राधे कश्यप और गुरमेल सिंह के रूप में हुई है, जिन्होंने पूछताछ में महत्वपूर्ण जानकारी दी है. पुलिस का कहना है कि लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के सदस्यों ने हत्या को अंजाम दिया, लेकिन इसका मकसद अभी भी स्पष्ट नहीं है.
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के अनुसार, मुख्य साजिशकर्ता बिश्नोई गिरोह का एक कथित कार्यकर्ता शुभम रेमेश्वर लोनकर उर्फ शुबू है. लोनकर ने कथित तौर पर एक महीने पहले पुणे में योजना बनाई थी और हत्या को अंजाम देने के लिए दो शूटरों - धर्मराज कश्यप और शिव कुमार गौतम - को मुंबई भेजा था.
तीसरा शूटर, गुरमेल सिंह, बिश्नोई गिरोह का एक प्रमुख सदस्य है, जिसे हाल ही में हरियाणा की जेल से जमानत पर रिहा किया गया था. उसे लोनकर ने हमले से कुछ दिन पहले मुंबई भेजा था. तीनों को कुर्ला (पश्चिम) में किराए पर आवास दिया गया था और कथित तौर पर हत्या से पहले कई दिनों तक उन्होंने वहां जासूसी की थी.