Delhi Assembly: रविवार को आम आदमी पार्टी (आप) की पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी को दिल्ली विधानसभा में विपक्ष की नेता के रूप में चुना गया. यह निर्णय आप विधायकों की एक बैठक में लिया गया, जिसमें पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल और 22 विधायकों ने हिस्सा लिया. आतिशी के साथ यह बैठक ऐतिहासिक रही, क्योंकि वे दिल्ली विधानसभा में यह पद संभालने वाली पहली महिला बन गई हैं.
24 फरवरी से विधानसभा सत्र का आगाज
दिल्ली विधानसभा का पहला सत्र 24 फरवरी से शुरू होने जा रहा है. तीन दिनों तक चलने वाले इस सत्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार ने कहा है कि पिछली आप सरकार के प्रदर्शन के खिलाफ लंबित नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) की रिपोर्ट सदन में पेश की जाएगी. इस सत्र के पहले दिन विधायकों की शपथ और नए स्पीकर का चयन होगा. भाजपा नेता विजेंद्र गुप्ता को स्पीकर के लिए नामित किया गया है, जबकि अरविंदर सिंह लवली को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया गया है.
इस महीने की शुरुआत में हुए चुनावों में भाजपा ने राष्ट्रीय राजधानी में सत्ता हासिल की और 70 में से 48 सीटें जीतीं, जबकि आप को 22 सीटें मिलीं. कांग्रेस इस बार कोई सीट नहीं जीत सकी. आप संयोजक अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया जैसे शीर्ष नेताओं को भी हार का सामना करना पड़ा.
सीएजी रिपोर्ट से खुलासे की उम्मीद
25 फरवरी को सत्र के दूसरे दिन सीएजी रिपोर्ट पेश की जाएगी, जिसमें आप सरकार के कथित भ्रष्टाचार और अनियमितताओं का ब्योरा होगा. भाजपा विधायक हरीश खुराना ने कहा, "रिपोर्ट से कई बातें सामने आएंगी. शिक्षा, शराब नीति या शीश महल (पूर्व सीएम आवास का नवीनीकरण) जैसे मुद्दों पर सच सामने आएगा.
उन्होंने एएनआई से कहा मुझे लगता है कि सीएजी रिपोर्ट में सच्चाई उजागर होगी. आतिशी का यह नया दायित्व दिल्ली की राजनीति में एक नया अध्याय शुरू करता है. अब सभी की नजर इस बात पर होगी कि वे विपक्ष के नेता के रूप में भाजपा की चुनौतियों का जवाब कैसे देती हैं.