Murshidabad Violence: पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद, मालदा, 24 परगना और हुगली जिलों में वक्फ कानून के विरोध में भड़की हिंसा में अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है और 150 से अधिक लोगों की गिरफ्तारी की गई है. हालात की गंभीरता को देखते हुए केंद्र सरकार ने अर्धसैनिक बलों की पांच कंपनियों को हिंसाग्रस्त क्षेत्रों में तैनात किया है. वहीं, बीएसएफ के 300 जवान पहले से ही तैनात हैं. इस बीच ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी का बयान सामने आया है.
हिंसा की निंदा करता हूं – असदुद्दीन ओवैसी
न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत के दौरान असदुद्दीन ओवैसी ने साफ कहा कि वह पश्चिम बंगाल सरकार के प्रवक्ता नहीं हैं. उन्होंने कहा, "बंगाल में सरकार के कई प्रवक्ता हैं, जो इस मुद्दे पर बोल सकते हैं. मैं नहीं समझता कि हर मुद्दे पर मुझसे प्रतिक्रिया की अपेक्षा की जानी चाहिए. ओवैसी ने स्पष्ट रूप से कहा कि उनकी पार्टी हमेशा से हिंसा के खिलाफ रही है और आगे भी रहेगी. उन्होंने कहा, "हम हर प्रकार की हिंसा की निंदा करते हैं. लोकतंत्र में विरोध का अधिकार है, लेकिन वह शांतिपूर्ण और संविधान के दायरे में होना चाहिए. कानून को हाथ में लेना स्वीकार्य नहीं है.
वक्फ कानून पर प्रधानमंत्री मोदी को दी सलाह
ओवैसी ने वक्फ कानून को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा, "हम पीएम मोदी से अपील करते हैं कि इस नए वक्फ कानून पर फिर से विचार करें. यह कानून संविधान के मूल्यों के खिलाफ है. सरकार एक ऐसी विचारधारा को थोपने की कोशिश कर रही है, जो भारतीय राष्ट्रवाद और संविधान से मेल नहीं खाती.
ममता बनर्जी का बयान: "केंद्र का कानून, जवाबदेही भी केंद्र की"
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी इस मुद्दे पर बयान जारी करते हुए कहा कि यह कानून केंद्र सरकार द्वारा लाया गया है, और इसका जवाब भी केंद्र को ही देना होगा. उन्होंने सवाल उठाया कि जब यह कानून बंगाल में लागू ही नहीं हुआ है, तो फिर हिंसा किस बात पर हो रही है? साथ ही उन्होंने सभी धर्मों के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की. इस हिंसा को लेकर बीजेपी भी ममता बनर्जी पर हमलावर हो गई है.
शांति की अपील और लोकतांत्रिक विरोध का समर्थन
ओवैसी ने कहा कि अगर कोई नागरिक किसी कानून या नीति से असहमत है तो उसका विरोध करने का अधिकार उन्हें है, लेकिन यह विरोध शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक होना चाहिए. AIMIM प्रमुख ने दोहराया कि उनकी पार्टी हर प्रकार की उग्रता और असंवैधानिक गतिविधियों के खिलाफ है. असदुद्दीन ओवैसी ने मुर्शिदाबाद हिंसा पर अपने बयान से यह स्पष्ट कर दिया है कि उनकी पार्टी AIMIM हिंसा के खिलाफ है और शांतिपूर्ण विरोध की समर्थक है. उन्होंने जहां केंद्र सरकार के वक्फ कानून पर सवाल उठाए, वहीं राज्य सरकार से अपनी दूरी भी बनाए रखी. इस पूरे घटनाक्रम ने वक्फ कानून पर राष्ट्रीय बहस को और तेज कर दिया है.