Pro Khalistan MP Amritpal Singh: असम की जेल में बंद खालिस्तान समर्थक और पंजाब की खडूर साहिब सीट से निर्दलीय सांसद अमृतपाल सिंह ने नई पार्टी का ऐलान कर दिया है. पार्टी का नाम ‘अकाली दल वारिस पंजाब दे’ रखा गया है. पंजाब के मुक्तसर में ऐतिहासिक माघी मेले में हुई कॉन्फ्रेंस में पार्टी का यह ऐलान किया गया है.
निर्दलीय सांसद अमृतपाल सिंह को पार्टी का अध्यक्ष बनाया गया है. हालांकि, अमृतपाल सिंह के जेल में बंद होने की वजह से पार्टी के संचालन के लिए कमेटी का गठन किया गया है. अमृतपाल खडूर साहिब से निर्दलीय चुनाव लड़कर सांसद बना था. फिलहाल वो डिब्रूगढ़ जेल में बंद है. उस NSA के तहत कार्रवाई की गई है.
मुश्किलें कम नहीं हो रही
बता दें कि जेल में बंद खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह की मुश्किलें कम नहीं हो पा रही हैं. बीते दिनों ही पंजाब के गुरप्रीत सिंह हत्याकांड में पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ UAPA के तहत कार्रवाई की थी. इन आरोपियों में अमृतपाल और विदेश में बैठा गैंगस्टर अर्श डल्ला भी शामिल है. पिछले साल अक्टूबर में गुरप्रीत की उसके घर के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.
धारा UAPA क्या है?
इस कानून का मुख्य काम आतंकी गतिविधियों को रोकना होता है. इस कानून के तहत पुलिस ऐसे आतंकियों, अपराधियों या अन्य लोगों को चिह्नित करता है, जो आतंकी गतिविधियों में शामिल होते हैं, इसके लिए लोगों को तैयार करते हैं या फिर ऐसी गतिविधियों को बढ़ावा देते हैं.
जांच में सामनें आई ये बात
इस हत्याकांड में पुलिस ने अमृतपाल सिंह और आतंकी अर्श डल्ला को भी नामजद किया था. पुलिस जांच में ये बात सामने आई थी कि गुरप्रीत की हत्या में अमृतपाल और अर्श डल्ला भी शामिल थे. गुरप्रीत पहले वारिस पंजाब दे संगठन का वित्त सचिव था. लेकिन दीप सिद्धू की मौत के बाद वो संगठन से अलग हो गया था. इसके बाद संगठन की कमान अमृतपाल ने संभाली थी.
खडूर साहिब सीट से चुनाव लड़ा था अमृतपाल सिंह
अमृतपाल सिंह पंजाब की खडूर साहिब लोकसभा सीट पर से सांसद है. लोकसभा चुनाव में उसे 4 लाख 4 हजार 430 वोट मिले थे. उसने कांग्रेस उम्मीदवार कुलबीर सिंह को 1 लाख 97 हजार 120 वोटों से हराया था. इस चुनाव में आम आदमी पार्टी तीसरे स्थान पर रही थी. पार्टी के प्रत्याशी को 1 लाख 94 हजार 836 वोट मिले थे. जबकि भाजपा चौथे स्थान पर रही थी, जिसको 86 हजार 373 वोट ही मिले थे.