Maha Kumbh 2025: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को प्रयागराज का दौरा किया, जहां उन्होंने महाकुंभ के दौरान त्रिवेणी संगम में पवित्र स्नान किया. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका स्वागत किया. इस अवसर पर योग गुरु बाबा रामदेव और कई संत भी मौजूद थे. अमित शाह ने गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती नदियों के संगम पर पवित्र स्नान किया. इस दौरान उन्होंने अखाड़ा परिषद के संतों से मुलाकात की और पूजा-अर्चना की. महाकुंभ के इस धार्मिक आयोजन में शाह ने अपनी उपस्थिति से सनातन संस्कृति के महत्व को रेखांकित किया.
महाकुंभ सनातन संस्कृति का प्रतीक
त्रिवेणी संगम में स्नान से पहले अमित शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर एक संदेश में लिखा कि महाकुंभ’ सनातन संस्कृति के सतत प्रवाह का अनूठा प्रतीक है. यह कुम्भ सनातन धर्म के उस जीवन दर्शन को प्रस्तुत करता है जो समरसता में निहित है. उन्होंने यह भी कहा कि मैं संगम में स्नान करने और संतों का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए उत्सुक हूं. यह महोत्सव एकता और अखंडता का प्रतीक है.
महाकुंभ मेले की भव्यता
महाकुंभ मेला हर 12 साल में आयोजित किया जाता है. इस बार 13 जनवरी से 26 फरवरी तक चलने वाले इस मेले में 45 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है. शुरुआत auspicious पौष पूर्णिमा से हुई, और पहले 14 दिनों में ही 11 करोड़ से अधिक श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में पवित्र डुबकी लगा चुके हैं. त्रिवेणी संगम पर स्नान को पापों से मुक्ति और मोक्ष प्राप्ति का मार्ग माना जाता है. महाकुंभ का यह महोत्सव प्रयागराज को धार्मिक एकता और सनातन संस्कृति के केंद्र के रूप में स्थापित करता है.