Punjab Government: दिल्ली विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल आज पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, राज्य के मंत्रियों और विधायकों से मुलाकात करेंगे. यह बैठक दिल्ली में आयोजित की जाएगी और पार्टी की रणनीतियों पर चर्चा होगी. इस बैठक को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं कि पंजाब इकाई में असंतोष गहराता जा रहा है.
हालांकि, AAP सांसद मलविंदर सिंह कंग ने इन अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि यह एक नियमित रणनीतिक सत्र है. उन्होंने कहा कि पार्टी एक सतत प्रक्रिया है. सभी इकाइयों से फीडबैक लिया जाता है ताकि भविष्य की रणनीति बनाई जा सके.
दिल्ली चुनाव परिणाम
सूत्रों के अनुसार, इस बैठक में दिल्ली चुनाव परिणाम की समीक्षा की जाएगी और 2027 में होने वाले पंजाब विधानसभा चुनाव की रणनीति पर चर्चा होगी. गौरतलब है कि 8 फरवरी 2025 को हुए दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने 70 में से 48 सीटें जीतकर AAP के 10 साल के शासन को समाप्त कर दिया, जबकि AAP को मात्र 22 सीटें मिलीं.
खबरें यह भी हैं कि पंजाब इकाई के कुछ विधायक पार्टी नेतृत्व से नाराज़ हैं और अन्य राजनीतिक विकल्पों पर विचार कर रहे हैं. 2022 में पंजाब विधानसभा चुनाव में AAP ने 117 में से 92 सीटें जीतकर ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी, लेकिन हाल के घटनाक्रमों ने पार्टी में फूट की अटकलों को जन्म दिया है.
AAP के लिए पंजाब की बढ़ती अहमियत
एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार, अरविंद केजरीवाल अब पंजाब की राजनीति में अधिक सक्रिय भूमिका निभाने पर विचार कर रहे हैं. लुधियाना विधानसभा सीट खाली होने के कारण इस बात की चर्चा है कि केजरीवाल वहां से चुनाव लड़ सकते हैं और पंजाब सरकार में सीधे तौर पर शामिल हो सकते हैं.
दिल्ली चुनाव में हार के बाद पंजाब AAP के लिए एकमात्र मजबूत गढ़ बचा है, जिससे आज की बैठक और भी महत्वपूर्ण हो जाती है. विपक्षी दलों ने AAP के लिए पंजाब में भी "गिरावट" की भविष्यवाणी की है. अब यह देखना होगा कि पार्टी अपनी रणनीति में क्या बदलाव करती है.