महाकुंभ में 'मौनी अमावस्या स्नान' से पहले अधिकारियों की एडवाइजरी जारी, जानिए पूरी खबर...

महाकुंभ का प्रबंधन करने वाले अधिकारियों ने बुधवार को मौनी अमावस्या "अमृत स्नान" के लिए एक विस्तृत सलाह जारी की है, जिसमें श्रद्धालुओं से सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करने और अधिकारियों के साथ सहयोग करने का आग्रह किया गया है.उन्होंने कहा कि लाखों तीर्थयात्रियों के भाग लेने की संभावना को देखते हुए सभी श्रद्धालुओं के लिए सुचारू और सुरक्षित अनुभव सुनिश्चित करने के लिए व्यापक प्रबंध किए गए हैं.

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Courtesy: social media

उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद (प्रयागराज) में आयोजित हो रहे महाकुंभ में हर साल लाखों श्रद्धालु ‘मौनी अमावस्या’ के दिन गंगा, यमुनाऔर सरस्वती के संगम में पवित्र स्नान करने के लिए उमड़ते हैं. इस वर्ष भी विशेष रूप से मौनी अमावस्या पर स्नान का महत्व अत्यधिक है, और इसके मद्देनज़र प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा के लिए एडवाइजरी जारी की है.

एडवाइजरी में सुरक्षा संबंधी दिशा-निर्देश

प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे महाकुंभ में स्नान करते समय सभी सुरक्षा दिशा-निर्देशों का पालन करें. विशेष रूप से मौनी अमावस्या के दिन कुंभ मेला क्षेत्र में भारी भीड़ उमड़ने की संभावना है, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ सकता है. 

एडवाइजरी में निम्नलिखित महत्वपूर्ण बिंदु दिए गए हैं:

1. नदी के किनारे पर अत्यधिक सावधानी बरतें** – प्रशासन ने कहा है कि नदी के किनारे पर अधिक भीड़ ना हो, खासकर उन स्थानों पर जहां पानी का स्तर ऊंचा हो सकता है.
2. स्वास्थ्य संबंधी निर्देश** – शारीरिक दूरी बनाए रखने, मास्क पहनने और हाथ धोने की सलाह दी गई है. साथ ही, स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा स्नान करने के बाद किसी भी संक्रमण से बचने के लिए सावधानी बरतने की बात कही गई है.
3. आकस्मिक सेवाएं** – प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि आपातकालीन चिकित्सा सेवाएं, जल पुलिस, और सुरक्षा कर्मी लगातार स्थिति पर नजर रखेंगे. साथ ही, अस्पतालों और चिकित्सा केंद्रों को भी उच्च सतर्कता पर रखा जाएगा.
4. गाइडलाइन का पालन** – पुलिस और प्रशासन ने भी घोषणा की है कि अगर कोई व्यक्ति नियमों का उल्लंघन करता है तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. 

भीड़ प्रबंधन के लिए विशेष इंतजाम

मौनी अमावस्या के दिन होने वाली विशाल भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने खास इंतजाम किए हैं. बड़ी संख्या में सुरक्षा कर्मी, हेल्प डेस्क, और मार्गदर्शन के लिए तैनात किए गए हैं. इसके अलावा, स्नान के लिए निर्धारित समय, पंक्तियों की व्यवस्था, और पुलिस पेट्रोलिंग की भी योजना बनाई गई है.

महाकुंभ का धार्मिक महत्व

महाकुंभ मेला हिन्दू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण आयोजन है, और विशेष रूप से मौनी अमावस्या का दिन अत्यधिक श्रद्धा और महत्व का होता है. इस दिन गंगा में स्नान करने से पापों से मुक्ति और मोक्ष की प्राप्ति मानी जाती है. इस अवसर पर लाखों श्रद्धालु भारत के विभिन्न हिस्सों से यहां आते हैं, जिससे यह मेला न केवल धार्मिक दृष्टि से, बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक दृष्टि से भी खास होता है.

महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भारी संख्या को ध्यान में रखते हुए, प्रशासन ने एडवाइजरी जारी कर सुरक्षा, स्वच्छता, और सावधानी बरतने की दिशा में जरूरी कदम उठाए हैं. श्रद्धालुओं को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपनी और दूसरों की सुरक्षा को प्राथमिकता दें और प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें. इस प्रकार, महाकुंभ मेला न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि इसके आयोजन में सामूहिक सहयोग और जिम्मेदारी भी अनिवार्य है.