Arvind Kejriwal: आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) के मुख्यालय का दौरा करेंगे और वहां हरियाणा से बहकर आ रहे यमुना नदी के दूषित पानी के नमूने लेकर जाएंगे. न्यूज एजेंसी ANI की रिपोर्ट के अनुसार, आप नेताओं का दावा है कि इस पानी में 7 पीपीएम (Parts Per Million) अमोनिया है, जो सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकता है.
आयोग ने भेजा नोटिस
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के यमुना जल को लेकर दिए गए विवादित बयान पर चुनाव आयोग ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. आयोग ने केजरीवाल से आग्रह किया कि वे यमुना में अमोनिया की बढ़ती मात्रा को ‘नरसंहार’ जैसे गंभीर आरोपों से अलग करें.
आयोग ने केजरीवाल को शुक्रवार सुबह 11 बजे तक तथ्यात्मक सबूत पेश करने का निर्देश दिया है. उन्हें यह बताना होगा कि यमुना जल में कथित ज़हर का प्रकार, मात्रा और इसका प्रभाव क्या है, साथ ही दिल्ली जल बोर्ड के इंजीनियरों की इस संदर्भ में क्या भूमिका रही है. यदि केजरीवाल आवश्यक प्रमाण देने में असफल रहते हैं, तो उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की जा सकती है.
केजरीवाल का पलटवार
चुनाव आयोग ने कहा कि साफ पानी की उपलब्धता एक प्रशासनिक विषय है, और संबंधित सरकारों को मिलकर इस मुद्दे का समाधान निकालना चाहिए. आयोग ने यह भी स्पष्ट किया कि सुप्रीम कोर्ट और नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) के मौजूदा निर्देशों के अनुसार जल प्रदूषण और जल बंटवारे को लेकर उचित कदम उठाए जाने चाहिए, खासकर चुनावी माहौल में.
बुधवार को अरविंद केजरीवाल ने चुनाव आयोग को जवाब देते हुए कहा कि उनके बयान का उद्देश्य यमुना जल की गंभीर विषाक्तता और प्रदूषण को उजागर करना था. उन्होंने आरोप लगाया कि हरियाणा सरकार जानबूझकर दिल्ली की जल आपूर्ति को विषाक्त बना रही है. वहीं, बीजेपी और कांग्रेस ने भी चुनाव आयोग से केजरीवाल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. दोनों पार्टियों का आरोप है कि केजरीवाल ने राजनीतिक लाभ के लिए भ्रामक और गंभीर आरोप लगाए हैं.