Badlapur Kand: महाराष्ट्र के ठाणे जिले में स्थित बदलापुर के एक स्कूल में दो बच्चियों के साथ हुए यौन उत्पीड़न के मामले में बेहद चौंकने वाले खुलासे हुए हैं. इस मामले की जांच के लिए सरकार द्वारा गठित की गई दो सदस्यीय पैनल की समिति ने कई साक्ष्य सामने रखे हैं. समिति ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि किंडरगार्टन की 3 और 4 साल की दोनों बच्चियों के साथ पिछले 15 दिनों के भीतर कई बार यौन शोषण किया गया है. इसके वजह से उनकी योनि की झिल्ली फट गई है. किडरगार्टन में पढ़ने वाली दोनों बच्चियों के साथ यौन उत्पीड़न की इस घटना से बदलापुर के लोगों में आक्रोश है.
इस गंभीर मामले में हुई लापरवाही के चलते स्कूल प्रशासन और पुलिस जांच के घेरे में हैं. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि जिस अस्पताल में बच्चियों का इलाज किया गया, वहां उन्हें चिकित्सा सुविधा मिलने में 12 घंटे की देरी हुई है. इसके अलावा रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि इस मामले के आरोपी अक्षय शिंदे की पहचान और पृष्ठभूमि की छानबीन किए बिना ही उसको काम पर रख लिया गया था. अक्षय ने एक अगस्त से ही संविदा कर्मचारी के तौर पर काम करना शुरू किया था.
रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि महिला शौचालयों सहित स्कूल के अन्य क्षेत्रों में आरोपी अक्षय की बेरोकटोक पहुंच और पहचान पत्र का न होना ही इस मामले की बड़ी चूक है. रिपोर्ट में अक्षय शिंदे को आदतन अपराधी होने का शक जताया गया है. इसके साथ ही उसके बैकग्राउंड की जांच करने की सिफारिश की गई है. इसके अलावा इस बात की भी जांच के लिए कहा गया है कि उसकी नियुक्ति कैसे और किस एजेंसी के माध्यम से हुई है.
रिपोर्ट के मुताबिक स्कूल का शौचालय स्टॉफ रूम से काफी दूर एकांत जगह पर है और यहां पर सुरक्षा के लिए कोई सीसीटीवी नहीं लगाया गया है. स्कूल प्रबंधन ने दावा किया था कि बच्चियों ने ज्यादा देर तक साइकिल चलाई थी. इस कारण उनकी यौन झिल्ली फट गई थी लेकिन जांच में सारी बात सामने आ गई है. ो