Abhinav Chandrachud: यूट्यूबर और पॉडकास्टर रणवीर अल्लाहबादिया के विवादित बयानों पर सुप्रीम कोर्ट ने कड़ी टिप्पणी की है. कोर्ट ने उनके अश्लील बयानों की निंदा की, हालांकि अंतरिम राहत देते हुए उनकी गिरफ्तारी पर रोक लगा दी और जांच में सहयोग करने का निर्देश दिया.
इस मामले में रणवीर अल्लाहबादिया की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता अभिनव चंद्रचूड़ ने सुप्रीम कोर्ट में दलीलें रखीं. वे पूर्व चीफ जस्टिस डी.वाई. चंद्रचूड़ के बेटे हैं और देश के बड़े वकीलों में गिने जाते हैं. आइए जानते हैं उनके बारे में 5 अहम बातें.
1. पूर्व मुख्य न्यायाधीश के परिवार से ताल्लुक
अभिनव चंद्रचूड़ भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश डी. वाई. चंद्रचूड़ के बेटे हैं. उनके भाई चिंतन चंद्रचूड़ भी एक प्रैक्टिसिंग वकील हैं. दिलचस्प बात यह है कि डी. वाई. चंद्रचूड़ ने अपने विदाई भाषण में खुलासा किया था कि उनके बेटों ने उनके कार्यकाल के दौरान सुप्रीम कोर्ट में कोई भी केस न लड़ने का फैसला किया था, ताकि नैतिकता और पेशेवर ईमानदारी बनी रहे.
2. मुंबई विश्वविद्यालय के टॉपper
अभिनव चंद्रचूड़ ने मुंबई के गवर्नमेंट लॉ कॉलेज से एलएलबी और बीएलएस की डिग्री प्राप्त की. वे मुंबई विश्वविद्यालय में टॉपर रहे और न्यायमूर्ति डी. पी. मदोन पुरस्कार से सम्मानित किए गए.
3. हार्वर्ड और स्टैनफोर्ड से उच्च शिक्षा
उन्होंने 2009 में हार्वर्ड लॉ स्कूल से एलएलएम की डिग्री हासिल की, जहां उन्हें डाना स्कॉलर की उपाधि मिली. इसके बाद उन्होंने स्टैनफोर्ड लॉ स्कूल से मास्टर ऑफ साइंस ऑफ लॉ (JSM) और डॉक्टरेट (JSD) की डिग्री प्राप्त की, जहां उन्हें फ्रैंकलिन फैमिली स्कॉलर का सम्मान मिला.
4. बॉम्बे हाई कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता
अभिनव चंद्रचूड़ बॉम्बे हाई कोर्ट में प्रैक्टिस कर रहे हैं. उन्होंने अंतरराष्ट्रीय लॉ फर्म गिब्सन, डन एंड क्रचर में काम किया है और भारतीय न्यायिक प्रणाली में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
5. कानूनी विषयों पर किताबें लिखी
अभिनव चंद्रचूड़ एक प्रसिद्ध लेखक भी हैं. उन्होंने कई कानूनी किताबें लिखी हैं, जिनमें "सुप्रीम व्हिस्पर्स: कन्वर्सेशन्स विद जजेज ऑफ द सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया 1980-1989" (2018) और "रिपब्लिक ऑफ रेटॉरिक: फ्री स्पीच एंड द कॉन्स्टिट्यूशन ऑफ इंडिया" (2017) शामिल हैं.