मौनी अमावस्या पर महाकुंभ में उमड़े श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए 25 क्विंटल गुलाब की पंखुड़ियां

बुधवार को मौनी अमावस्या के पावन अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार ने संगम क्षेत्र के सभी घाटों पर आने वाले श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए एक विशेष योजना बनाई है. इस दिन विशेष रूप से महाकुंभ मेला स्थल पर अमृत स्नान करने के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने की उम्मीद है. 

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Courtesy: social media

बुधवार को मौनी अमावस्या के पावन अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार ने संगम क्षेत्र के सभी घाटों पर आने वाले श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए एक विशेष योजना बनाई है. इस दिन विशेष रूप से महाकुंभ मेला स्थल पर अमृत स्नान करने के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने की उम्मीद है. 

एक आधिकारिक बयान के अनुसार, इस शुभ अवसर पर श्रद्धालुओं का स्वागत करने के लिए आसमान से गुलाब की पंखुड़ियां बरसाई जाएंगी. इस पुष्प वर्षा से महाकुंभ के अमृत स्नान अनुष्ठान की दिव्यता और आध्यात्मिक ऊर्जा में और वृद्धि होगी. 

25 क्विंटल गुलाब की पंखुड़ियां उपयोग में लाई जाएंगी

उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा इस आयोजन के लिए कुल 25 क्विंटल गुलाब की पंखुड़ियों का प्रबंध किया गया है, जो श्रद्धालुओं को इस भव्य आयोजन के दौरान स्वागत और सम्मान देने का प्रतीक बनेगा. पुष्प वर्षा से न केवल धार्मिक वातावरण में आनंद और खुशी का संचार होगा, बल्कि श्रद्धालुओं का अनुभव भी और भी शानदार और यादगार बनेगा. 

10 करोड़ श्रद्धालुओं की उम्मीद

इस साल के महाकुंभ मेले में लगभग 10 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है. मौनी अमावस्या के दिन संगम में पवित्र डुबकी लगाने के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचेंगे. उत्तर प्रदेश सरकार ने इस विशाल संख्या के मद्देनज़र सुरक्षा और व्यवस्था के लिए भी व्यापक प्रबंध किए हैं. 

आध्यात्मिक उत्साह और उमंग

महाकुंभ के इस विशेष दिन को लेकर उत्साह और उमंग का माहौल है. गुलाब की पंखुड़ियों की बारिश और पवित्र स्नान के संग श्रद्धालुओं के बीच एक अद्वितीय आध्यात्मिक अनुभव उत्पन्न होगा. यह दिन न केवल धार्मिक महत्व का होगा, बल्कि श्रद्धालुओं के लिए एक सकारात्मक और मंगलमय भावना का प्रतीक बनेगा.

मौनी अमावस्या के अवसर पर महाकुंभ मेला में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा श्रद्धालुओं का स्वागत गुलाब की पंखुड़ियों से किए जाने की योजना एक अत्यंत विशेष और भावनात्मक पहल है. यह आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह श्रद्धालुओं को एक अविस्मरणीय और दिव्य अनुभव प्रदान करेगा.