महाकुंभ में हुई भगदड़ को लेकर राज्यसभा में गहमा-गहमी का माहौल बन गया, जब उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और विपक्षी नेता मल्लिकार्जुन खरगे के बीच तीखी बहस हुई. इस बहस के दौरान खरगे ने महाकुंभ हादसे पर गंभीर सवाल उठाए और कहा, "आखिर कितने मरे... इसमें सच्चाई क्या है? कम से कम यह जानकारी तो दीजिए." उन्होंने आगे कहा, "फिर मैं माफी मांग लूंगा... अगर मैं गलत हूं तो."
सच्चाई की मांग
खरगे ने इस मुद्दे पर सरकार से साफ और स्पष्ट जानकारी देने की मांग की. उनका कहना था कि सरकार को हादसे की सच्चाई उजागर करनी चाहिए, ताकि लोगों को सही जानकारी मिल सके और हादसे के कारणों का पता चल सके. खरगे के इस बयान के बाद धनखड़ ने भी पलटवार किया, जिस पर दोनों नेताओं के बीच नोकझोंक और बढ़ गई.
धनखड़ का बयान
उपराष्ट्रपति धनखड़ ने इस बहस में जवाब देते हुए कहा कि हर मुद्दे पर निष्पक्ष और सही जानकारी दी जाएगी, लेकिन विपक्षी नेताओं को विवाद नहीं खड़ा करना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि सरकार इस मामले में सभी आवश्यक कदम उठा रही है और जरूरी कदम उठाए जाएंगे.
महाकुंभ भगदड़ पर राज्यसभा में हुई इस बहस ने एक बार फिर से उस हादसे की गंभीरता को सामने लाया. जहां एक तरफ विपक्षी नेता सही जानकारी की मांग कर रहे हैं, वहीं सरकार इस मुद्दे पर अपनी स्थिति स्पष्ट करने की कोशिश कर रही है. यह बहस न केवल इस घटना के कारणों को लेकर सवाल खड़े करती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि विपक्षी दल सरकार से जवाबदेही की उम्मीद कर रहे हैं.