कोल्ड ड्रिंक के अत्यधिक सेवन से नॉन-अल्कोहलिक फैटी लीवर रोग का खतरा बढ़ सकता है। जब कोल्ड ड्रिंक अधिक मात्रा में लीवर तक पहुंचती है, तो यह ओवरलोड हो जाता है और फ्रुक्टोज को वसा में बदल देता है। इससे लिवर में फैट जमा हो जाता है। आजकल न सिर्फ युवा पीढ़ी बल्कि हर वर्ग के लोग गर्मी से राहत पाने के लिए कोल्ड ड्रिंक पीना पसंद करते हैं। कोल्ड ड्रिंक का सेवन करने से लोगों को काफी हद तक अच्छा महसूस होता है और कई लोग इसका अधिक सेवन करने लगते हैं। हर कोई सोचता है कि कोल्ड ड्रिंक पीना शरीर के लिए अच्छा है लेकिन यह सच नहीं है। ज्यादा कोल्ड ड्रिंक पीने से आपके शरीर को कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं।
कोल्ड ड्रिंक पीने के नुकसान
कोल्ड ड्रिंक के अत्यधिक सेवन से इंसुलिन प्रतिरोध हो सकता है, जिससे रक्त शर्करा बढ़ जाती है। इंसुलिन एक हार्मोन है जो ग्लूकोज को आपके रक्तप्रवाह से आपकी कोशिकाओं में ले जाता है। जब आप कोल्ड ड्रिंक पीते हैं, तो आपकी कोशिकाएं इंसुलिन के प्रभाव के प्रति कम संवेदनशील हो सकती हैं। कोल्ड ड्रिंक में बहुत कम या कोई पोषक तत्व नहीं होते हैं और कैलोरी और चीनी अधिक होती है। इससे शरीर के सभी अंगों को काफी नुकसान पहुंचता है। मीठे पेय पदार्थों का सेवन करने से शरीर में लेप्टिन प्रतिरोध पैदा हो सकता है, जिससे मोटापा बढ़ सकता है और आगे चलकर मोटापा कई बीमारियों का कारण बन सकता है।