Cooking oil and cancer: कैंसर का बढ़ रहा है खतरा? अमेरिका की स्टडी ने किया बड़ा दावा

Cooking oil and cancer: हाल ही में अमेरिका में हुई एक स्टडी में यह दावा किया गया है कि कुकिंग ऑयल के ज्यादा उपयोग और गलत तरीके से इस्तेमाल से कैंसर का खतरा बढ़ सकता है. शोधकर्ताओं के अनुसार, जब खाना बनाने के लिए तेल को बार-बार गर्म किया जाता है या हाई-टेम्परेचर पर लंबे समय तक पकाया जाता है, तो उसमें हानिकारक तत्व उत्पन्न हो सकते हैं.

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Cooking oil and cancer: अमेरिका में हुए एक हालिया अध्ययन में दावा किया गया है कि खाना पकाने के तेल के अत्यधिक उपयोग और दुरुपयोग से कैंसर का खतरा बढ़ सकता है. शोधकर्ताओं के अनुसार, जब खाना पकाने के लिए तेल को बार-बार गर्म किया जाता है या उच्च तापमान पर लंबे समय तक पकाया जाता है, तो उसमें हानिकारक तत्व पैदा हो सकते हैं.

कौन-कौन से तेल ज्यादा खतरनाक?

मिली जानकारी के अनुसार, बार-बार गर्म किए गए तेल में ट्रांस फैट और अन्य हानिकारक रसायन बनते हैं, जो शरीर में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को बढ़ा सकते हैं. इससे कोशिकाएं क्षतिग्रस्त हो सकती हैं और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं. शोध के अनुसार, सोयाबीन, सूरजमुखी और कैनोला तेल जैसे रिफाइंड और प्रोसेस्ड तेल अधिक जोखिम भरे हो सकते हैं. इनमें ट्रांस फैट का स्तर अधिक होता है. वहीं, अगर इन्हें बार-बार गर्म किया जाए तो इनमें हानिकारक तत्वों का उत्पादन और बढ़ जाता है.

सेहतमंद रहना कितना जरुरी 

स्वास्थ्य विशेषज्ञों का सुझाव है कि कुकिंग ऑयल का सही उपयोग करने से कैंसर का खतरा कम किया जा सकता है.

  • कोल्ड-प्रेस्ड ऑयल का उपयोग करें: जैतून का तेल, सरसों का तेल और नारियल तेल कोल्ड-प्रेस्ड फॉर्म में अधिक सुरक्षित माने जाते हैं.
  • तेल को बार-बार न गर्म करें: एक बार इस्तेमाल किए गए तेल को दोबारा गर्म करने से बचें.
  • लो-टेम्परेचर कुकिंग को अपनाएं: हाई-टेम्परेचर पर पकाने के बजाय धीमी आंच पर खाना बनाएं.

कुकिंग ऑयल का सही तरीके से उपयोग न केवल आपके स्वास्थ्य को बेहतर बनाएगा, बल्कि गंभीर बीमारियों के जोखिम को भी कम करेगा. हालांकि, यह स्टडी अभी शुरुआती स्तर पर है और इसके लिए और भी शोध की आवश्यकता है.