Google: आज तक आपने कई कंपनियों पर जुर्माना लगते सुना होगा, लेकिन क्या आपने कभी किसी ऐसी कंपनी पर जुर्माना लगते सुना है जिस पर पूरा सोशल मीडिया टिका हुआ है. जी हां, हम बात कर रहे हैं गूगल की. दरअसल, 19 जुलाई 2016 की एक फाइल फोटो में कैलिफोर्निया के माउंटेन व्यू में कंपनी के मुख्यालय में गूगल का लोगो दिखाया गया है.
कितना लगा जुर्माना
Google ने रूस वॉर के समय कई YouTube चैनलों पर प्रतिबंध लगा दिया. रूस ने इसको बहाल करने के लिए कहा लेकिन वो ऐसा नहीं कर पाए जिसके बाद रूस ने $20,000,000,000,000,000,000,000,000,000,000,000,000 या $20 डेसिलियन का जुर्माना लगाया है. यह जुर्माना न केवल Google के $2 ट्रिलियन के बाज़ार मूल्य पर बल्कि पूरी दुनिया के लगभग $110 ट्रिलियन के सकल घरेलू उत्पाद पर भी लगाया गया है.
रूसी राज्य मीडिया TASS द्वारा गुरुवार को रिपोर्ट की गई मॉस्को अदालत का निर्णय, Google द्वारा रूसी राज्य मीडिया आउटलेट्स और सरकार समर्थक चैनलों के YouTube खातों को बहाल करने से इनकार करने से उपजा है, जिन्हें 2022 में रूस के यूक्रेन पर आक्रमण के बाद अवरुद्ध कर दिया गया था.
साल 2020 में हुई थी जुर्मानें की शुरुआत
बता दे, इस जुर्माने की शुरुआत 2020 में हुई थी जब Google को रूसी मीडिया आउटलेट्स Tsargrad और RIA FAN से संबंधित चैनलों को ब्लॉक करने के लिए प्रति दिन 100,000 रूबल (लगभग $1,000) का प्रारंभिक जुर्माना देना पड़ा था.
रूसी कानून के तहत ये दंड साप्ताहिक रूप से दोगुने होते हैं, जिनकी कोई ऊपरी सीमा नहीं होती है. जिसके परिणामस्वरूप वर्तमान राशि 2 और 300 मिलियन रूबल है. सरकारी चैनल वन और सैन्य प्रसारक ज़्वेज़्दा सहित कुल 17 रूसी टेलीविज़न चैनलों ने तकनीकी दिग्गज के खिलाफ़ कानूनी दावे दायर किए हैं. चैनल तुर्की, हंगरी, स्पेन और दक्षिण अफ़्रीका सहित कई अधिकार क्षेत्रों में Google के खिलाफ दिए गए अदालती फैसलों को लागू करने की मांग कर रहे हैं.
गूगल की मूल कंपनी अल्फाबेट ने अपनी नवीनतम तिमाही आय रिपोर्ट में स्थिति को संबोधित करते हुए कहा कि हमें नहीं लगता कि इन चल रहे कानूनी मामलों का कोई प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा.