व्हाइट हाउस में ट्रंप और जेलेंस्की की मुलाकात, होंगे ये 10 बड़े बदलाव 

राष्ट्रपति ट्रंप के सत्ता में वापसी के बाद राष्ट्रपति जेलेंस्की के सात यह पहली मुलाकात होगी, जो विश्व स्तर पर राजनीति को प्रभावित कर सकता है. इस बैठक में यूक्रेन को दि जाने वाली अमेरिका सहायता, रूस के साथ शांति समझौता, सुरक्षा गारंटी और एक बड़े खनिज सौदे पर चर्चा होने की संभावना है.

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Courtesy: Social Media

Donald Trump And Zelensky Meet: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोल्दोमीर जेलेंस्की शुक्रवार को एक साथ व्हाइट हाउस में एक ऐतिहासिक बैठक करने जा रहे है. इस बैठक को रूस और यूक्रेन युध्द के भविष्य में एक महत्वपूर्ण मोड़ माना जा रहा है. तीन साल से जारी इस युध्द के समाधन की और अमेरिका-यूक्रेन को संबंधों को नई परिभाषा मिलेगी. 

राष्ट्रपति ट्रंप के दोबारा सत्ता संभालने के बाद राष्ट्रपति जेलेंस्की के साथ यह पहली भेंट होगी, जो वैश्विक राजनीति पर गहरा असर डाल सकती है. इस मुलाकात में यूक्रेन को प्रदान की जाने वाली अमेरिकी मदद, सुरक्षा आश्वासन, रूस के साथ संभावित शांति समझौते और एक विशाल खनिज करार पर विचार-विमर्श होने की उम्मीद है. वैश्विक समीकरणों को भी नया रूप दे सकती है.

एक तरफ मुलाकात, दूसरी तरफ दिख सकते हैं ये 10 परिवर्तन

1. यदि ट्रंप यूक्रेन को सीमित सुरक्षा आश्वासन देते हैं, तो रूस-यूक्रेन संघर्ष में नई कूटनीतिक पहल शुरू हो सकती है. लेकिन अगर अमेरिका यूक्रेन की सैन्य मदद कम करता है, तो यह युद्ध के समीकरण को पूरी तरह से उलट सकता है.

2. यह बैठक शांति चर्चा का आधार बन सकती है. ट्रंप के रूस से रिश्तों को देखते हुए, एक संभावित संघर्ष विराम की घोषणा हो सकती है, जिससे यूरोप में शांति स्थापित हो सकती है.

3. यदि यूक्रेन के खनिज संसाधनों पर अमेरिका के साथ कोई करार होता है, तो इससे अमेरिकी रक्षा और औद्योगिक क्षेत्र को बल मिलेगा. हालांकि, इससे चीन और रूस की चिंताएं गहरा सकती हैं.

4. अगर अमेरिका यूक्रेन की सैन्य सहायता में कमी करता है, तो यूरोपीय देशों को अपनी सुरक्षा पर अधिक जोर देना पड़ेगा. इससे नाटो की रणनीति पर भी असर पड़ सकता है.

5. अमेरिका द्वारा कम समर्थन मिलने पर रूस अपने सैन्य अभियानों को और सख्त कर सकता है. इससे यूरोप में एक नया भू-राजनीतिक तनाव उत्पन्न हो सकता है.

6. यदि अमेरिका यूक्रेन के खनिज संसाधनों पर कब्जा जमाता है, तो यह चीन के लिए बड़ी मुश्किल खड़ी करेगा, क्योंकि चीन इस क्षेत्र में पहले से निवेश की योजना बना रहा था.

7. युद्ध का कोई भी हल वैश्विक तेल और गैस बाजारों को प्रभावित करेगा. अगर अमेरिका रूस पर प्रतिबंधों में नरमी बरतता है, तो ऊर्जा बाजार में बड़े बदलाव संभव हैं.

8. ट्रंप यदि जेलेंस्की को कम समर्थन देते हैं, तो यूक्रेन में राजनीतिक अशांति बढ़ सकती है. इससे जेलेंस्की सरकार पर दबाव बढ़ेगा और आंतरिक अस्थिरता पैदा हो सकती है.

9. अमेरिका की विदेश नीति में बदलाव से यूरोप, चीन और रूस नए गठबंधन बना सकते हैं, जिससे वैश्विक शक्ति संतुलन में उलटफेर हो सकता है.

10. यह बैठक ट्रंप की विदेश नीति की दिशा निर्धारित करेगी. क्या अमेरिका वैश्विक मंच पर अपनी भूमिका कम करेगा, या नए तरीके से अपनी ताकत दिखाएगा?