अमेरिका सोमवार (1 अप्रैल, 2024) से H-1B, L-1 और EB-5 गैर-आप्रवासी वीजा शुल्क बढ़ाने जा रहा है। नए नियम लागू होने के बाद वीजा फीस लगभग तीन गुना होने की उम्मीद है। इतना ही नहीं, आने वाले दिनों में वीजा सेवा में भी बदलाव की संभावना है।
H-1B फीस में कितनी बढ़ोतरी की उम्मीद?
H-1B वीजा प्राप्त करने के लिए, किसी व्यक्ति को फॉर्म I-129 दाखिल करना होगा। पहले इसकी कीमत 460 अमेरिकी डॉलर (करीब 38,000) थी। वहीं नए नियम के बाद अब यह 780 अमेरिकी डॉलर (करीब 64,000) होगी।
इतना ही नहीं, अगले वित्तीय वर्ष में H-1B पंजीकरण शुल्क भी 10 अमेरिकी डॉलर (लगभग 829) से बढ़कर 215 अमेरिकी डॉलर (लगभग 17,000) हो जाएगा।
आपको बता दें कि एच-1बी एक गैर-आप्रवासी वीजा है। यह वीज़ा अमेरिकी कंपनियों को विदेशी कर्मचारियों को नियुक्त करने की अनुमति देता है। कई अमेरिकी कंपनियां भारत समेत कई देशों से लोगों को नौकरी के लिए आमंत्रित करती हैं।
EB-5 वीजा की फीस कितनी बढ़ सकती है?
EB-5 वीज़ा को निवेशक वीज़ा शुल्क के रूप में भी जाना जाता है। यहां भी फीस करीब तीन गुना तक बढ़ने की संभावना है. वर्तमान में, EB-5 वीज़ा की कीमत USD 3,675 (लगभग 3,00,000) है। हालांकि, 1 अप्रैल से यह बढ़कर 11,160 अमेरिकी डॉलर (करीब 9,00,000 रुपये) हो जाएगा।