President Donald Trump: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार 4 मार्च 2025 को यूएस कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित किया. दूसरी बार राष्ट्रपति बनने के बाद उनका यह पहला संबोधन था जिस पर पूरी दुनिया की नजरें टिकी थीं. अपने भाषण में ट्रंप ने टैरिफ रूस-यूक्रेन युद्ध और अपनी सरकार की उपलब्धियों पर विस्तार से बात की. उन्होंने अमेरिका को फिर से महान बनाने का संकल्प दोहराया और कई बड़े ऐलान किए.
अमेरिका की वापसी और गर्व का दावा
ट्रंप ने अपने संबोधन की शुरुआत जोश के साथ की. उन्होंने कहा 'अमेरिका इज बैक अमेरिका का गर्व और विश्वास फिर से लौट आया है.' उनका दावा था कि हालिया चुनाव में मिली शानदार जीत और सभी स्विंग स्टेट्स में सफलता ने उनकी सरकार की नींव को मजबूत किया है. ट्रंप ने बताया कि सत्ता में आने के बाद उन्होंने 6 हफ्तों में 400 से अधिक कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर किए हैं. उन्होंने देशवासियों से एकजुट होकर बड़े सपने देखने और अमेरिका को फिर से महान बनाने की अपील की.
टैरिफ पर बड़ा ऐलान और भारत-चीन निशाने पर
ट्रंप ने टैरिफ नीति को लेकर सख्त रुख अपनाया. उन्होंने भारत, चीन और ब्राजील जैसे देशों पर निशाना साधते हुए कहा 'ये देश हमसे भारी टैरिफ वसूलते हैं जो ठीक नहीं है.' उन्होंने ऐलान किया कि 2 अप्रैल 2025 से अमेरिका भी उन देशों पर उतना ही टैरिफ लगाएगा जितना वे अमेरिका से लेते हैं. ट्रंप का मानना है कि यह कदम अमेरिकी अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगा और देश को फिर से समृद्ध बनाएगा. इसके साथ ही उन्होंने टैक्स कट की घोषणा भी की जिससे नागरिकों को राहत मिलने की उम्मीद है.
रूस-यूक्रेन जंग
रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध पर ट्रंप ने कहा कि उनकी सरकार इसे खत्म करने के लिए हर संभव कोशिश कर रहा है. उन्होंने बताया 'हमने यूक्रेन की रक्षा के लिए धन खर्च किया है और शांति स्थापित करने के लिए हर संभव कोशिश जारी रखेंगे.' ट्रंप ने जंग में आम लोगों की मौत पर चिंता जताई और इसे रोकने की जरूरत पर बल दिया. उनका यह बयान वैश्विक मंच पर अमेरिका की भूमिका को फिर से परिभाषित करने की दिशा में एक कदम माना जा रहा है.
पुलिसकर्मियों के लिए सख्त कानून
ट्रंप ने अपने संबोधन में कानून-व्यवस्था को मजबूत करने का वादा किया. उन्होंने घोषणा की कि अमेरिका में पुलिसकर्मी की हत्या करने वाले को मौत की सजा दी जाएगी. यह ऐलान उनकी सरकार की अपराध के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति को दर्शाता है.
सरकार की उपलब्धियां और भविष्य की योजना
ट्रंप ने अपनी सरकार के शुरुआती 6 हफ्तों की उपलब्धियों का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) से बाहर निकलने का फैसला लिया गया और अंग्रेजी को अमेरिका की आधिकारिक भाषा बनाने का आदेश जारी किया गया. इसके अलावा नौकरियों में भर्ती अब मेरिट के आधार पर होगी. ट्रंप ने पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन पर तंज कसते हुए कहा 'उनके शासन में अंडे की कीमतें आसमान छू रही थीं' लेकिन हम महंगाई पर काबू पा रहे हैं.' उन्होंने अलास्का में गैस पाइपलाइन और पावर प्लांट निर्माण जैसे प्रोजेक्ट्स का भी उल्लेख किया. साथ ही टैक्सपेयर्स का पैसा बचाने के लिए DOGE (डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी) का गठन किया गया जिसकी कमान एलन मस्क को सौंपी गई है.
विशेष अतिथियों का सम्मान
इस मौके पर प्रथम महिला मेलानिया ट्रंप ने कई खास मेहमानों को आमंत्रित किया. इनमें एक दमकलकर्मी का परिवार रूस में बंधक बनाए गए अमेरिकी शिक्षक और एक अवैध प्रवासी के हमले में मारी गई नर्सिंग छात्रा के परिजन शामिल थे. यह कदम ट्रंप प्रशासन की नीतियों और प्रभावित लोगों के प्रति संवेदनशीलता को दर्शाता है.