Baloch Liberation Army: ट्रेन हाईजैक कर शहबाज शरीफ के नाक में कर दिया दम, जानिए किसने किया ये काम

क्या पाकिस्तान अपने ही लोगों से सुरक्षित नहीं है? ऐसा मैं इसलिए कह रहा हूं क्योंकि इस बार भी कुछ ऐसा ही हुआ है. पाकिस्तान में बलूच आर्मी ने एक पाकिस्तानी ट्रेन को हाईजैक कर लिया है. जिसके चलते करीब 400 लोग आतंकियों की कैद में फंस गए हैं.

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Baloch Liberation Army: क्या पाकिस्तान अपने ही लोगों से सुरक्षित नहीं है? ऐसा मैं इसलिए कह रहा हूं क्योंकि इस बार भी कुछ ऐसा ही हुआ है. पाकिस्तान में बलूच आर्मी ने एक पाकिस्तानी ट्रेन को हाईजैक कर लिया है. जिसके चलते करीब 400 लोग आतंकियों की कैद में फंस गए हैं.

मिली जानकारी के मुताबिक इस ट्रेन में 140 जवान भी सफर कर रहे थे. जफर एक्सप्रेस को हाईजैक करने के बाद बलूचिस्तान आर्मी के आतंकियों ने सभी यात्रियों को छोड़ दिया, लेकिन ट्रेन में सफर कर रहे जवानों को बंधक बना लिया. 

आर्मी ने दिया बयान

इस घटना के बाद पाकिस्तानी सेना ट्रेन को अपहरणकर्ताओं से छुड़ाने के लिए हरकत में आ गई है. दोनों के बीच मुठभेड़ में अब तक 6 सैनिकों की जान जा चुकी है. इस घटना के बाद बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी ने बयान जारी कर कहा है कि ट्रेन को मश्कफ, धादर और बोलन में सावधानीपूर्वक कब्जे में लिया गया है. लिबरेशन आर्मी ने आगे कहा कि हमारे लड़ाकों ने रेलवे ट्रैक को बम से उड़ाकर आसानी से ट्रेन को हाईजैक कर लिया है.

इस आतंकी संगठन ने पाकिस्तानी सेना को सख्त चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर पाकिस्तानी सेना ने कोई कार्रवाई की तो 120 बंधकों की हत्या कर दी जाएगी. आगे कहा कि अगर आगे कोई कार्रवाई की गई तो गंभीर परिणाम भुगतने होंगे. अगर कुछ भी गलत हुआ तो इसके लिए पाकिस्तानी सेना जिम्मेदार होगी.

बलूच लिबरेशन आर्मी

बलूच लिबरेशन आर्मी के आंतरिक संरचना के बारे में बहुत कुछ गुप्त रखा गया है, लेकिन माना जाता है कि यह संगठन एक सेल-आधारित प्रणाली में काम करता है, जिसमें बलूचिस्तान के विभिन्न हिस्सों में कई कमांडर संचालन का नेतृत्व करते हैं. समय के साथ संगठन के कई धड़े बन चुके हैं, जैसे यूनाइटेड बलूच आर्मी (UBA) और बलूच रिपब्लिकन आर्मी (BRA), जो कभी-कभी एक साथ मिलकर बलूच राजी आजोई संगार (BRAS) जैसे बड़े गठबंधन में काम करते हैं.

इस संगठन के प्रमुख नेताओं में असलम बलूच जैसे नाम शामिल हैं, जिन्हें 2018 में अफगानिस्तान में आत्मघाती हमले में मार डाला गया था. अधिकांश नेतृत्व निर्वासन में काम करता है, और इसके सदस्य अफगानिस्तान और अन्य पड़ोसी देशों में स्थित हैं.

इस संगठन को सुरक्षा बलों, बुनियादी ढांचे और विदेशी हितों को लक्षित करने के लिए जाना जाता है, खासकर उन परियोजनाओं को जो चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) से संबंधित हैं.