PM Modi की तारीफ में ये क्या बोल गए डोनाल्ड ट्रंप, जानिए उनके 7 बड़े बयान

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की व्हाइट हाउस में हुई मुलाकात बेहद गर्मजोशी भरी रही. दोनों नेताओं ने कई अहम मुद्दों पर चर्चा की, जिसमें व्यापार, आतंकवाद और रक्षा सहयोग प्रमुख रहे.

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India-US relations: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की व्हाइट हाउस में हुई मुलाकात बेहद गर्मजोशी भरी रही. दोनों नेताओं ने कई अहम मुद्दों पर चर्चा की, जिसमें व्यापार, आतंकवाद और रक्षा सहयोग प्रमुख रहे. ट्रंप ने मोदी की नेतृत्व क्षमता और उनकी सौदेबाजी की रणनीति की खुलकर सराहना की.

1. 'पीएम मोदी मुझसे भी बेहतर सौदेबाज'

व्यापारिक तनाव को कम करने के लिए जब दोनों नेता आमने-सामने बैठे, तो ट्रंप से पूछा गया कि उनमें और मोदी में कौन बेहतर सौदेबाज है. इस पर उन्होंने बिना झिझक कहा, "वह (पीएम मोदी) मुझसे कहीं ज्यादा सख्त और बेहतर सौदेबाज हैं. इसमें कोई संदेह नहीं है."

2. 'हमने आपको बहुत याद किया': ट्रंप

व्हाइट हाउस में पीएम मोदी का स्वागत करते हुए ट्रंप ने उन्हें गले लगाया और कहा, "हमने आपको बहुत याद किया." मोदी ने भी ट्रंप से मिलकर खुशी जाहिर की और उन्हें ‘प्रिय मित्र’ बताया.

3. 'मोदी मेरे पुराने और करीबी मित्र'

ट्रंप ने मोदी को "लंबे समय से मेरे महान मित्र" बताया और कहा कि उनकी दोस्ती वर्षों पुरानी है.

4. 'मिस्टर प्राइम मिनिस्टर, आप महान हैं'

ट्रंप ने पीएम मोदी को उनके आपसी संबंधों पर आधारित एक फोटोबुक गिफ्ट की, जिसकी कवर पर लिखा था, "मिस्टर प्राइम मिनिस्टर, आप महान हैं."

5. 'पीएम मोदी शानदार इंसान हैं'

व्यापार वार्ता से पहले ट्रंप ने मोदी की तारीफ करते हुए कहा, "यह शानदार इंसान हैं. हम भारत और अमेरिका के लिए बेहतरीन व्यापारिक सौदे करेंगे."

6. 'भारत-अमेरिका के बीच शानदार व्यापार सौदे होंगे'

ट्रंप ने विश्वास जताया कि मोदी के नेतृत्व में भारत और अमेरिका के बीच "शानदार व्यापार सौदे" होंगे, जिससे दोनों देशों को फायदा होगा.

7. 'भारत-अमेरिका संबंध अब तक के सर्वश्रेष्ठ'

ट्रंप ने कहा, "हमारे रिश्ते अब तक के सबसे बेहतरीन हैं." उन्होंने यह भी बताया कि पीएम मोदी व्यापार शुल्क को लेकर चर्चा के लिए तैयार हैं.

ट्रंप और मोदी की यह मुलाकात भारत-अमेरिका संबंधों को और मजबूत बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई. दोनों नेताओं की आपसी समझ और दोस्ती भविष्य में भी द्विपक्षीय संबंधों को नई ऊंचाइयों तक ले जा सकती है.