Bangladesh Dhaka Fire: बांग्लादेश की राजधानी ढाका में भीषण आग में कम से कम 44 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 40 से अधिक लोग झुलसे हैं. आशंका जताई जा रही है कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है. फिलहाल, आग से झुलसे लोगों को ढाका मेडिकल कॉलेज और शेख हसीना नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ बर्न एंड प्लास्टिक सर्जरी में एडमिट कराया गया है.
ढाका अग्निशमन विभाग के एक अधिकारी के मुताबिक, ढाका में बेली रोड पर स्थित 7 मंजिला इमारत में गुरुवार रात करीब 10 बजे आग लग गई. जिस बहुमंजिला इमारत में आग लगी, वहां खाने-पीने की दुकानों के अलावा कपड़े, मोबाइल और अन्य दुकानें भी थीं. फायरब्रिगेड की कुल 13 गाड़ियों की मदद से करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद यानी 12 बजे तक आग पर काबू पाया गया.
आग बुझाने के बाद शुरू हुआ रेस्क्यू
दमकलकर्मियों के मुताबिक, आग पर काबू पाए जाने के बाद रेस्क्यू अभियान चलाया गया. फायरब्रिगेड के अधिकारी मोहम्मद मैनुद्दीन ने बताया कि गुरुवार रात सबसे पहले पहली और दूसरी मंजिल पर आग लगी. आग धीरे-धीरे ऊपर की ओर फैल गई. आग नीचे से ऊपर तक फैलने के कारण कई लोग बिल्डिंग के अंदर फंस गए. कई लोगों ने आग और धुएं से बचने के लिए छत पर शरण ली.
अधिकारियों के मुताबिक, आग लगने के बाद फायरब्रिगेड ने बिल्डिंग के अंदर से कुल 75 लोगों का रेस्क्यू किया गया. उनमें से 40 को घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया है. अधिकारियों ने बताया कि आज सुबह से दोबारा बचाव कार्य शुरू किया जाएगा. उन्होंने ये भी कहा कि घर में कई रेस्तरां थे. आग कैसे लगी इसकी जांच की जा रही है.
हेल्थ मिनिस्टर ने किया अस्पताल का दौरा
स्वास्थ्य मंत्री सामंतलाल सेन ने ढाका मेडिकल कॉलेज और शेख हसीना नेशनल बर्न एंड प्लास्टिक सर्जरी इंस्टीट्यूट का दौरा किया और घायलों का हालचाल जाना. उन्होंने बताया कि 44 लोगों की मौत हो चुकी है और ये संख्या बढ़ सकती है.
बांग्लादेश में आग की रोकथाम के लिए बनाए गए नियमों के उल्लंघन के कारण ऊंची इमारतों या कारखानों में आग लगने की घटनाएं नई नहीं है. 2021 में, एक फूड प्रॉसेसिंग प्लांट में आग लगने से बच्चों समेत कुल 52 लोगों की मौत हो गई थी. 2019 में ढाका में बहुमंजिला आग में 27 लोगों की जान चली गई थी. उसी साल एक और आग की घटना में 71 लोगों की जान चली गई थी, जबकि कई घायल हो गए. 2010 में ढाका की एक केमिकल फैक्ट्री में आग लगने से कुल 124 लोगों की जान चली गई थी.