Canada Elections 2025: समर्थन का लाभ उठा रहे कार्नी! कनाडा चुनाव को लेकर किया बड़ा ऐलान, इस दिन होगा आम चुनाव

कनाडा में आम चुनावों की घोषणा हो चुकी है. इसकी घोषणा कनाडा के नए प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने की, जिन्होंने शुरुआत में जस्टिन ट्रूडो की जगह ली थी. ये चुनाव 28 अप्रैल को होने हैं. उनका लक्ष्य अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा घोषित अधिक टैरिफ के आर्थिक खतरे से निपटने के लिए मजबूत जन समर्थन हासिल करना है.

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Canada Elections 2025: कनाडा में आम चुनावों की घोषणा हो चुकी है. इसकी घोषणा कनाडा के नए प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने की, जिन्होंने शुरुआत में जस्टिन ट्रूडो की जगह ली थी. ये चुनाव 28 अप्रैल को होने हैं. उनका लक्ष्य अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा घोषित अधिक टैरिफ के आर्थिक खतरे से निपटने के लिए मजबूत जन समर्थन हासिल करना है. 

कनाडा के लोगों का हक है 

इसकी घोषणा करते हुए नए प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने कहा कि कनाडा को ट्रंप के टैरिफ से निपटना होगा और कनाडा के लोगों को यह चुनने का अधिकार है कि ऐसे महत्वपूर्ण समय में देश का नेतृत्व कौन करेगा. 60 साल के कार्नी को हाल ही में लिबरल पार्टी का नेता चुना गया था, जब ट्रंप ने कनाडा के खिलाफ टैरिफ की धमकी दी और ट्रूडो ने पद छोड़ दिया.

पहले कनाडा में आम चुनाव 20 अक्टूबर से पहले नहीं होने थे, लेकिन अब कार्नी आम लोगों के समर्थन का फायदा उठा रहे हैं. रॉयटर्स के हवाले उन्होंने कहा कि हम अपनी जिंदगी के सबसे बड़े संकट का सामना कर रहे हैं, जो राष्ट्रपति ट्रंप की अनुचित व्यापारिक कार्रवाइयों की वजह से है. 

लोगों ने मांग रहे समर्थन 

इस दौरान कार्नी ने घोषणा किया कि मैंने गवर्नर जनरल से संसद भंग करने और 28 अप्रैल को चुनाव कराने का अनुरोध किया था, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया. मीडिया के प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि कनाडा को सुरक्षित करने, इसमें निवेश करने और इसे एकजुट करने के लिए बहुत कुछ करना बाकी है.

इसलिए मैं अपने देशवासियों से मजबूत और सकारात्मक जनादेश मांग रहा हूं. कार्नी ने सोशल मीडिया पर भी पोस्ट डालकर लिखा, "हमें G7 में सबसे मजबूत अर्थव्यवस्था बनानी है और ट्रम्प के टैरिफ से निपटना है. कनाडाई नागरिकों को यह चुनने का हक है कि इस प्रयास का नेतृत्व कौन करे."

कार्नी की लिबरल पार्टी में स्थिति

14 मार्च को 24वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेने वाले कार्नी ने लिबरल पार्टी की नेतृत्व की दौड़ में 86% वोट हासिल किए थे. ट्रूडो के जनवरी में इस्तीफे के बाद उनकी लोकप्रियता में भारी गिरावट आई थी. अब पांच सप्ताह में कार्नी को नागरिकों का भरोसा जीतना है. ओपिनियन पोल के मुताबिक, लिबरल पार्टी अब कंजर्वेटिव से थोड़ा आगे है.