भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने हाल ही में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन ज़ायद अल नाहयान से मुलाकात की. इस मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं ने भारत और यूएई के बीच रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के तरीकों पर विस्तार से चर्चा की.
रणनीतिक साझेदारी पर बातचीत
विदेश मंत्री जयशंकर ने शेख अब्दुल्ला से भारत और यूएई के द्विपक्षीय संबंधों को और अधिक प्रगाढ़ बनाने के लिए विभिन्न पहलुओं पर विचार विमर्श किया. दोनों देशों के बीच पहले से ही मजबूत आर्थिक, व्यापारिक और सांस्कृतिक रिश्ते हैं, लेकिन इस मुलाकात में इन रिश्तों को नई ऊंचाइयों तक ले जाने पर जोर दिया गया. खासतौर पर ऊर्जा, व्यापार, रक्षा और सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देने पर चर्चा की गई.
चर्चा के प्रमुख मुद्दे
जयशंकर और शेख अब्दुल्ला के बीच बातचीत में दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों को विस्तार देने, निवेश के अवसरों को बढ़ावा देने और विभिन्न क्षेत्रों में साझेदारी को और मजबूत करने के रास्ते तलाशने की बात की गई. साथ ही, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी विचार विमर्श किया गया, जिसमें दोनों देशों के साझा हितों पर फोकस किया गया.
भारत और यूएई के बीच लंबे समय से अच्छे द्विपक्षीय संबंध रहे हैं, और इस मुलाकात से यह स्पष्ट हो गया कि दोनों देश भविष्य में एक दूसरे के साथ और भी निकटता से काम करने के इच्छुक हैं.
भारत और यूएई का मजबूत रिश्ता
यूएई भारत का एक महत्वपूर्ण व्यापारिक साझेदार है और दोनों देशों के बीच सामरिक साझेदारी लगातार बढ़ रही है. यूएई में भारतीय प्रवासी समुदाय की संख्या भी काफी अधिक है, जो दोनों देशों के बीच सामाजिक और सांस्कृतिक संबंधों को और मजबूती प्रदान करता है.
जयशंकर और शेख अब्दुल्ला की मुलाकात ने यह सिद्ध कर दिया कि भारत और यूएई के बीच रिश्तों में निरंतर वृद्धि और सहयोग की संभावनाएं हैं. इस रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत बनाने के लिए दोनों देशों द्वारा किए गए प्रयास भविष्य में और भी बेहतर परिणाम ला सकते हैं.