'ये सब धोखा है...', ईरान के सुप्रीम लीडर ने डोनाल्ड ट्रंप के प्रस्ताव को किया खारिज, पढ़ें क्या कहा

ईरान के सुप्रीम लीडर ने अमेरिका के साथ परमाणु समझौते को खारिज कर दिया है. सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई ने इस प्रस्ताव को लेकर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से भेजे गए पत्र का जवाब देने से इनकार कर दिया है. उन्होंने किसी भी तरह की बातचीत से भी इनकार कर दिया है.

Date Updated
फॉलो करें:

US Nuclear Deal With Iran: ईरान के सुप्रीम लीडर ने अमेरिका के साथ परमाणु समझौते को खारिज कर दिया है. सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई ने इस प्रस्ताव को लेकर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से भेजे गए पत्र का जवाब देने से इनकार कर दिया है. उन्होंने किसी भी तरह की बातचीत से भी इनकार कर दिया है. पिछले हफ्ते ट्रंप ने घोषणा की थी कि उन्होंने ईरान के सुप्रीम लीडर को एक पत्र के जरिए परमाणु समझौते का प्रस्ताव भेजा है.

सैन्य बल या फिर समझौते के ज़रिए

इस दौरान ट्रंप ने एक चेतावनी भी दी थी. उसमें उन्होंने कहा था कि ईरान को सैन्य बल या फिर समझौते के ज़रिए रोका जा सकता है. संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति के सलाहकार अनवर गरगाश ने यह पत्र ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराक्ची को दिया था. खामेनेई ने कुछ यूनिवर्सिटी के छात्रों से बात करते हुए इस बातचीत को धोखाधड़ी बताया था.

ईरान की सरकारी मीडिया के मुताबिक, सुप्रीम लिडर खामेनेई ने कहा कि हमको पहले से पता है कि वो हमारी बातों का सम्मान नहीं करेंगे , तो बात करने से क्या मतलब? खामेनेई ने आगे कहा, "अमेरिकी सरकार से वार्ता का कोई फायदा नहीं होने वाले है, अगर होगा भो तो ईरान पर लगाए गए प्रतिबंधों को और सख्त करना पड़ेगा, जिससे देश पर दबाव बढ़ेगा.

डोनाल्ड ट्रंप ने कहा

वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि तेहरान के साथ परमाणु समझौते के लिए अमेरिका का दरवाज़ा हमेशा खुला रहा है. उन्होंने राष्ट्रपति के तौर पर अपने दूसरे कार्यकाल में अपनाए गए "दबाव" अभियान को फिर से शुरू कर दिया है. जिसका उद्देश्य ईरान को वैश्विक अर्थव्यवस्था से अलग-थलग करना है.