'वही पुरानी ट्रूडो वही पुरानी बातें', भारत ने कनाडाई प्रधानमंत्री के आरोपों को किया खारिज

Justin Trudeau: इस समय कनाडा और भारत के बीच रिश्ते अच्छे नहीं लग रहे हैं. ऐसे में कनाडा के प्रधानमंत्री लगातार भारत पर आरोप लगा रहे हैं. जिनके सभी दावों को भारत सरकार ने खारिज कर दिया है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कहा, 'यह वही पुरानी ट्रूडो ही हैं जो उन्हीं पुरानी बातों को उन्हीं पुराने कारणों से कह रहे हैं.

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Courtesy: Social Media

Justin Trudeau: इस समय दुनिया में तीसरे विश्व युद्ध का माहौल बना हुआ है. रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद ईरान-इजराइल युद्ध हुआ और अब कनाडा लगातार भारत पर आरोप लगा रहा है. आज भारत ने कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के दावों का पुरजोर खंडन करते हुए कहा कि सिख चरमपंथी हरदीप सिंह निज्जर मामले में सबूत पेश करने के कनाडाई अधिकारियों के दावे झूठे हैं.

सरकारी सूत्रों के हवाले से कहा गया कि  यह वही पुरानी ट्रूडो ही हैं जो उन्हीं पुरानी बातों को उन्हीं पुराने कारणों से कह रहे हैं. कनाडाई अधिकारियों का यह दावा कि कनाडा ने निज्जर मामले में भारत को विश्वसनीय सबूत पेश किए हैं, बिल्कुल सच नहीं है. आगे कहा कि कनाडा का दृष्टिकोण साफ आरोप लगाना और भारत पर इनकार का बोझ डालना है.

छह राजनयिकों को किया निष्कासित

कनाड़ा ने ये भी आरोप लगाया कि भारत में कनाड़ा में अपराधियों का इस्तेमाल कर खालिस्तानी समर्थक तत्वों को निशाना बनाया है. उन्होंने कहा, कनाड़ा ने इस बात को लेकर कोई ठोस सबूत नहीं पेश किया है. कनाड़ा द्वारा लगाए गए आरोपों के तुरंत बाद भारत ने दिल्ली में कनाडाई उच्चायोग के छह राजनयिकों को निष्कासित कर दिया.

पिछले साल सितंबर से ही भारत और कनाडा के बीच संबंध काफी तनावपूर्ण रहे हैं, जब ट्रूडो ने निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों की संभावित संलिप्तता का आरोप लगाया था. भारत ने इन आरोपों को बेतुका बताते हुए खारिज कर दिया और कहा कि मुख्य मुद्दा कनाडा की धरती पर स्वतंत्र रूप से काम कर रहे खालिस्तानी समर्थक तत्वों के प्रति कनाडा की सहिष्णुता है.

दिल्ली की बड़ी गलती बताया

आज सुबह, ट्रूडो ने भारत पर अपने राजनयिकों और संगठित अपराध का इस्तेमाल कर कनाडाई नागरिकों पर हमला करने और उन्हें अपने ही देश में असुरक्षित महसूस कराने का आरोप लगाया. इसको नई दिल्ली की बड़ी गलती बताया.

दरअसल, ओटावा में एक समाचार सम्मेलन में ट्रूडो ने संवाददाताओं से कहा कि शुरू से ही, पिछली गर्मियों से, हमने अपने फाइव आईज साझेदारों, विशेष रूप से संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ मिलकर काम किया है, जहां उन्हें न्यायेतर हत्याओं के प्रयास के संबंध में भारत के समान व्यवहार का सामना करना पड़ा है.