Canadian elections 2025: कनाडा में 28 अप्रैल को होने वाले आम चुनाव से पहले प्रचार अभियान शुरू हो चुका है. इस बीच ओटावा ने भारत समेत कई देशों में संभावित प्रभाव वाले अभियानों पर नजर रखना शुरू कर दिया है. लेकिन कनाडा के आम चुनाव में चीन के हस्तक्षेप को मुख्य ख़तरा माना जा रहा है. इस सूची में भारत का नाम भी शामिल है.
SITE टास्क फोर्स की निगरानी
सुरक्षा और खुफिया खतरों से निपटने वाली टास्क फोर्स (SITE) ने सोमवार को एक ब्रीफिंग में यह खुलासा किया. टास्क फोर्स की अध्यक्ष वैनेसा लॉयड, जो कनाडाई सुरक्षा खुफिया सेवा (CSIS) की उप निदेशक भी हैं. उन्होने कहा कि पीआरसी (चीन) बहुत संभावना है कि कनाडा के लोकतांत्रिक प्रक्रिया में हस्तक्षेप करने के लिए AI-सक्षम उपकरणों का उपयोग करेगा.
इसके साथ ही उन्होंने भारत पर भी टिप्पणी की और कहा कि हमने देखा है कि भारत सरकार के पास कनाडाई समुदायों और लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में हस्तक्षेप करने की मंशा और क्षमता है. इस सूची में रूस और पाकिस्तान जैसे देश भी शामिल हैं.
विदेशी हस्तक्षेप की जांच रिपोर्ट
जनवरी में जारी विदेशी हस्तक्षेप पर सार्वजनिक जांच की अंतिम रिपोर्ट में भारत को कनाडा में चुनावी हस्तक्षेप में दूसरा सबसे सक्रिय देश बताया गया. रिपोर्ट में कहा गया कि भारत विश्व मंच पर एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और कनाडा में चुनावी हस्तक्षेप में दूसरा सबसे सक्रिय देश है.
इसमें यह भी उल्लेख किया गया कि भारत और कनाडा के बीच दशकों से सहयोग रहा है, लेकिन खालिस्तानी अलगाववाद को लेकर भारत की चिंताओं को कनाडा द्वारा गंभीरता से न लेने के कारण संबंधों में चुनौतियां हैं.