'लोगों के बीच संबंध ठीक लेकिन...', भारत ने ट्रूडो सरकार पर कूटनीतिक संकट को बढ़ाने का लगाया आरोप

India-Canada Relations: भारत ने कनाडा के जस्टिन ट्रूडो प्रशासन को मौजूदा कूटनीतिक संकट के लिए दोषी ठहराया, यह कहते हुए कि ट्रूडो के निराधार आरोपों ने हालात बिगाड़े हैं. हालांकि, दोनों देशों के बीच जनसंपर्क और भारतीय प्रवासी संबंध मजबूत हैं. भारत ने 26 प्रत्यर्पण अनुरोधों पर कनाडा की निष्क्रियता की भी आलोचना की.

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Courtesy: Credit : Social Media

India-Canada Relations: भारत ने गुरुवार को कनाडा के जस्टिन ट्रूडो प्रशासन को मौजूदा कूटनीतिक संकट को बढ़ाने के लिए जिम्मेदार ठहराया, हालांकि उसने दोनों देशों के बीच मजबूत जनसंपर्क को भी स्वीकार किया.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जायसवाल ने कहा, 'भारत और कनाडा के बीच आर्थिक और जनसंपर्क बहुत मजबूत हैं. कनाडा में बड़ी संख्या में भारतीय प्रवासी हैं, जो दोनों देशों के बीच एक पुल की तरह काम करते हैं. हमारे पास कनाडा में सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय छात्र समूह भी है.'

बिना सबूत के आरोपों 

लेकिन उन्होंने कहा कि मौजूदा राजनयिक संकट ट्रूडो सरकार के निराधार आरोपों के कारण हुआ है, और यह बताया कि कनाडा ने खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप निज्जर की हत्या में भारत की संलिप्तता का आरोप लगाने के बावजूद अभी तक कोई सबूत साझा नहीं किया है. उन्होंने यह भी कहा कि कनाडा का यह व्यवहार घरेलू राजनीतिक कारणों से प्रेरित हो सकता है, जिसमें भारत की छवि को नुकसान पहुंचाना शामिल है.

भारत ने यह भी कहा कि उसने कनाडा को 26 प्रत्यर्पण अनुरोध भेजे हैं, लेकिन अभी तक उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है. इसके साथ ही गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की कोशिश से जुड़े एक पूर्व रॉ अधिकारी के बारे में जानकारी देते हुए भारत ने पुष्टि की कि वह अब सरकारी कर्मचारी नहीं हैं.