एक था हसन नसरल्लाह.... शुक्रवार को इजराइल और हिजबुल के बीच चल रही जंग के दौरान हिज्जबुल प्रमुख हसन नसरल्लाह के ढ़ेर होने की खबर ने ना केवल आतंक की कमर तोड़ कर रख दी बल्कि विश्व के अन्य देशों में रहने वाले लोगों के चेहरे पर भी खुशी की लहर दौड़ा दी. शनिवार को इज़रायली सेना ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर जानकारी दी की बेरूत पर हुए हमले में हिज़्बुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह मारा गया। इजराइली सैना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल नादाव शोशानी ने द्वारा एक्स पर यह घोषणा की गई. वहीं सैना के दूसरे प्रवक्ता कैप्टन डेविड अव्राहम ने भी AFP से इस खबर की पुष्टि की जिसमें लेबनान की राजधानी पर हुए हमलों के बाद हिजबुल्लाह प्रमुख को ढे़र किया गया है.
Hassan Nasrallah will no longer be able to terrorize the world.
— Israel Defense Forces (@IDF) September 28, 2024
इजराइल रक्षा दल (IDFA) ने भी एक्स पर पोस्ट कर जानकारी दी, जिसमें बताया गया है कि हसन नसरल्लाह अब दुनिया को आतंकित नहीं कर सकता. लेबनान के हिजबुल्लाह समूह के अज्ञात सूत्रों ने समाचार एजेंसी एएफपी को जानकारी दी. जिसमें अज्ञात सूत्र ने कहा कि कल शाम प्रमुख हसन नसरल्लाह से संपर्क टूट गया था, दूसरी तरफ इजरायल द्वारा खबर दी गई थी कि उसने दक्षिणी बेरूत गढ़ पर हमला करके उसका सफाया कर दिया है.
अज्ञात सूत्र द्वारा एएफपी को मिली जानकारी के मुताबिक कल शाम से ही सैयद हसन नसरल्लाह से उनका संपर्क टूट गया था. लेकिन उन्होंने नसरल्लाह की मौत हुई है या नहीं इस बात की अभी कोई पुष्टी नहीं की है. इजराइली सेना द्वारा बताया गया है कि हवाई हमला सटीक था और बेरूत के दक्षिण में दहियाह में अपने मुख्यालय के अंदर हिजबुल्लाह के नेतृत्व में चल रही बैठक को निशाना बनाया गया था. बता दें कि नसरल्लाह ने 30 साल से ज्यादा समय तक हिजबुल्लाह का नेतृत्व किया था.
लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक इस हवाई हमले में तकरीबन 6 लोगों की मौत और 91 लोगों के घायल होने की सूचना है. यह हमला पिछले साल लेबनान की राजधानी में हुए हमलों में अभी तक का सबसे बड़ा विस्फोट माना गया. ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि यह संघर्ष एक बड़े युद्ध का रुप ले सकता है. बचाव दल ने 6 इमारतों के मलबे में तलाशी का काम शुरु कर दिया है. ऐसे में मरने वालों के आंकड़े में इजाफा होने की भी संभावनाए जताई जा रही है.
शुक्रवार को हुए इन विस्फोटक हवाई हमलों के बाद प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अपना अमेरिका दौरा बीच में छोड़ा और इजरायल वापसी कर ली है. कुछ घंटा पूर्व नेतन्याहू ने संयुक्त राष्ट्र को संबोधित करते हुए वादा किया था कि हिजबुल्लाह के खिलाफ इजरायल का अभिया3न और भी ज्यादा तेज होगा. ऐसे में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर युद्ध विराम की उम्मीदें कम ही दिख रही है. हमले की खबर के समय नेतन्याहू संयुक्त राष्ट्र में संबोधन के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे.
लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने जो जानकारी दी उसके बाद संघर्ष बढ़ने के कारण लेबनान में 720 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि दक्षिणी लेबनान से संघर्ष के कारण विस्थापित लोगों की संख्या दोगुनी तेजी से बड़ चुकी है, जबकि अभी तक 211,000 से ज्यादा लोग विस्थापित हो चुके हैं.
संयुक्त राष्ट्र के मानवीय मुद्दो पर समन्वय कार्यालय की ओर से कहा गया है कि लेबनान के सर्वाधिक प्रभावित क्षेत्रों में कम से कम 20 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बंद किए गए हैं. ऐसे में हिजबुल्लाह ने इजरायल में घुसपैठ के बाद हमास के समर्थन में उत्तरी इजरायल में रॉकेट दागना शुरू कर दिया, यही कारण रहा कि इजरायल-हमास का युद्ध छिड़ गया है.
साथ ही शीर्ष इजरायली अधिकारियों ने धमकी देते हुए कहा है कि अगर हिजबुल्लाह की गोलीबारी लगातार जारी रहती है तो इजराइल भी लेबनान में गाजा की तबाही को एक बार फिर से दोहराएगा। अब आशंका बढ़ जाती है कि 7 अक्टूबर से गाजा में इजरायल की कार्रवाई लेबनान में भी दोहराई जाएगी.