Washington News: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने मंगलवार देर रात एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए, जो 19 वर्ष से कम उम्र के लोगों के लिए लिंग परिवर्तन प्रक्रियाओं पर प्रतिबंध लगाता है. यह आदेश उनके उद्घाटन भाषण के बाद आया है जिसमें उन्होंने कहा था कि उनकी सरकार केवल दो लिंगों को मान्यता देगी .
राष्ट्र के इतिहास पर दाग
आदेश में कहा गया है कि आज देश भर के चिकित्सा पेशेवर बढ़ती संख्या में बच्चों का अंग-भंग और बधियाकरण कर रहे हैं. यह खतरनाक प्रथा हमारे देश के इतिहास पर एक दाग होगी और इसे समाप्त किया जाना चाहिए. आदेश के तहत, अमेरिकी सरकार अब लिंग परिवर्तन प्रक्रियाओं के किसी भी रूप को वित्तपोषित, बढ़ावा, समर्थन या सहायता नहीं करेगी.
यह यौवन अवरोधक, हार्मोन थेरेपी और लिंग-पुष्टि सर्जरी जैसी प्रक्रियाओं पर प्रतिबंध लगाता है, जिसे आदेश रासायनिक बधियाकरण और शल्य चिकित्सा विकृति के रूप में वर्णित करता है. इस फैसले के बाद, ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर लिखा कि हमारा देश अब तथाकथित 'लिंग-पुष्टि देखभाल' को वित्तपोषित या समर्थन नहीं करेगा, जिसने पहले ही कई कीमती जीवन बर्बाद कर दिए हैं. उन्होंने इस चिकित्सा प्रक्रिया को बर्बर बताया.
संघीय वित्तीय सहायता होगी बंद
वर्तमान में अमेरिका में ऐसा कोई संघीय कानून नहीं है जो ट्रांसजेंडर नाबालिगों के लिए जेंडर-एफर्मिंग चिकित्सा उपचारों को प्रतिबंधित करता हो. हालांकि, ट्रंप के इस आदेश के तहत इन प्रक्रियाओं के लिए फेडरल फंडिंग को समाप्त कर दिया गया है. इसमें मेडिकेड, मेडिकेयर और रक्षा विभाग की स्वास्थ्य बीमा योजनाएं शामिल हैं, जो लगभग 20 लाख बच्चों को कवर करती हैं.
24 राज्यों में पहले से ही कानून लागू
ट्रंप ने यह भी घोषणा की कि वह ऐसा कानून लाने के लिए कांग्रेस के साथ काम करेंगे, जिससे माता-पिता और बच्चे उन डॉक्टरों पर मुकदमा कर सकें जो जेंडर-एफर्मिंग सर्जरी करते हैं. अब तक 24 रिपब्लिकन शासित राज्यों ने पहले ही नाबालिगों के लिए जेंडर ट्रांजिशन से जुड़े चिकित्सा उपचारों पर प्रतिबंध लगा दिया है. हाल ही में अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट के जजों ने टेनेसी राज्य में लागू एक ऐसे ही कानून पर बहस की, जिसमें 18 वर्ष से कम उम्र के लोगों के लिए यौवन अवरोधक और हार्मोन थेरेपी पर प्रतिबंध लगाया गया है.