Earthquake News: इंसान चाहे कितनी भी मशीन बना ले, प्रक्रिया के आगे सब फेल हो जाता है. महज कुछ ही घंटों में चार देशों (नेपाल, भारत, पाकिस्तान और तिब्बत) की धरती एक साथ हिल गई. अंधेरी रात में भूकंप ने लोगों को हिलाकर रख दिया. उस वक्त बिहार से लेकर पश्चिम बंगाल तक गहरी नींद में सो रहे लोग अचानक जाग उठे. सोचिए अगर सोते हुए लोगों पर भूकंप आ जाए तो इसकी तीव्रता क्या होगी? हालांकि, इन भूकंपों से अभी तक किसी तरह के नुकसान की खबर सामने नहीं आई है.
नेपाल में भी बार हिली धरती
भारत के पड़ोसी देश नेपाल में गुरुवार देर रात और शुक्रवार को दो बार भूकंप के झटके महसूस किए गए. पहला भूकंप देर रात 2.36 बजे आया, जिसका केंद्र बागमती प्रांत था. नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के मुताबिक इसकी तीव्रता 5.5 थी. यह इलाका बिहार के मुजफ्फरपुर से करीब 189 किलोमीटर दूर है, जिसकी वजह से मिथिला क्षेत्र में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए.
दूसरे झटके की बात करें तो यह सुबह 2:51 बजे आया जिसकी तीव्रता 6.1 थी. राष्ट्रीय भूकंप निगरानी एवं अनुसंधान केंद्र के अनुसार इस भूकंप का केंद्र सिंधुपालचौक जिले का कोडारी हाईवे था जो काठमांडू से 65 किलोमीटर दूर था. इसका असर काठमांडू घाटी समेत आसपास के इलाकों में भी देखने को मिला.
बिहार और बंगाल भी में हड़कंप
नेपाल में आए इन भूकंपों का असर बिहार में साफ तौर पर देखा गया. मुजफ्फरपुर, पटना, सीतामढ़ी, दरभंगा और मधुबनी जैसे जिलों में लोग नींद से जाग उठे. घरों में पंखे और बिस्तर हिलते देख लोग डर गए. भूकंप के झटके पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी तक भी पहुंचे. शुक्रवार को सुबह 2.48 बजे तिब्बत में 4.1 तीव्रता का भूकंप आया. कुछ घंटे बाद, "सुबह 5.14 बजे" पाकिस्तान के रावलपिंडी में 4.5 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया. चारों देशों में लोग डरे हुए हैं.