'कनाडा कभी भी अमेरिका का हिस्सा नहीं...', पीएम पद जीतते ही मार्क कार्नी का डोनाल्ड ट्रंप को संदेश

Canada New PM: मार्क कार्नी को कनाडा के नए प्रधानमंत्री के रूप में चुना गया है. पीएम पद जीतते ही उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति को संदेश भेजते हुए यह साफ कर दिया है कि कनाडा कभी भी अमेरिका का हिस्सा नहीं हो सकता है.

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Courtesy: Social Media

Canada New PM: मार्क कार्नी को कनाडा के नए प्रधानमंत्री के रूप में चुना गया है. राजनीति में बिना किसी अनुभव के भी लोगों ने उन्हें भारी मतों से जिताया है. इसके पीछे केवल एक कारण बताया जा रहा है. कार्नी ने यह दावा किया था कि वो ट्रंप से निकलने के लिए कनाडा के पास वो एकमात्र ऑप्शन है. 

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सत्ता में वापसी के बाद से कनाडा पर नजर बनाए हुए हैं. उन्होंने आते ही घोषणा की थी कि कनाडा के खुद को अमेरिका का 51वां राज्य के नागरिक मानते हैं. उनके इस बयान से पूरे कनाडा में हलचल तेज हो गई थी. जिसके बाद जस्टिन ट्रूडो ने दुनिया के सामने ऐलान किया था कि उनका देश हर एक स्थिति से लड़ने के लिए पूरी तरह सक्षम है. 

कनाडा को मिला मजबूत नेतृत्व 

ट्रंप अपनी वापसी के बाद से ही कनाडा को तोड़ने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. अपनी नीति और टैरिफ के माध्यम से कनाडा को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं. ऐसे में मार्क कार्नी कनाडा का मजबूत नेतृत्व कर सकते हैं. कार्नी प्रधानमंत्री रूप में नामित होते ही अपने इरादे स्पष्ट कर दिए. उन्होंने कहा कि ओटावा कभी भी किसी भी तरह, आकार या रूप में अमेरिका का हिस्सा नहीं होगा. राजनीति दुनिया से बिल्कुल अंजान व्यक्ति कार्नी ने इससे पहले बैंक ऑफ़ कनाडा और बैंक ऑफ़ इंग्लैंड के गवर्नर के रूप में कार्य किया है. पहली बार चुनाव लड़ते हुए उन्होंने 85 प्रतिशत से अधिक वोट के साथ 131,674 वोट हासिल किए. 

लिबरल पार्टी के सम्मेलन में अमेरिका को संदेश 

कनाडा को संयुक्त राज्य अमेरिका का 51वां राज्य बनाने की ट्रम्प की बार-बार की गई इच्छा के जवाब में कार्नी ने जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि कनाडा कभी भी किसी भी तरह, आकार या रूप में अमेरिका का हिस्सा नहीं होगा. लिबरल पार्टी के सम्मेलन में सभा को संबोधित करते हुए कार्नी ने कहा कि अगर वे अपने इरादों में सफल हुए, तो वे हमारे जीवन के तरीके को नष्ट कर देंगे. इसलिए हम कभी भी ट्रंप को सफल नहीं होने देंगे. उन्होंने अमेरिका की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को एक स्पष्ट व्यवसाय बताते हुए इसकी आलोचना की. बीबीसी ने उन्हें यह कहते हुए उद्धृत किया कि अमेरिका एक पिघलने वाला बर्तन है. कनाडा एक मोज़ेक है.

ट्रम्प की टैरिफ धमकियों के संदर्भ में, कार्नी ने जवाब देते हुए कहा कि कनाडा के प्रतिशोधात्मक उपाय तब तक लागू रहेंगे जब तक कि अमेरिका मुक्त और निष्पक्ष व्यापार पर एक विश्वसनीय प्रतिबद्धता नहीं बना लेता. उन्होंने कहा कि अपने विपक्षी कंजर्वेटिव पर भी स्पष्ट रूप से कटाक्ष किया. उन्होंने कहा कि भले ही कनाडाई इस राजनीतिक लड़ाई को नहीं चाहते हैं, लेकिन वे हमेशा तैयार रहते हैं . उन्होंने कहा कि अमेरिका को कोई गलती नहीं करनी चाहिए. क्योंकि चाहे व्यापार हो या हॉकी जीत कनाडाई लोगों की ही होगी