Turkey opposition leader arrest: तुर्की में विपक्षी नेता की गिरफ्तारी ने सत्तारूढ़ सरकार के साथ-साथ देश की व्यवस्था को भी हिलाकर रख दिया है. तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोआन ने यह कल्पना भी नहीं की होगी कि उनके विपक्ष की गिरफ्तारी से उनका तख्तापलट हो सकता है और देश की मुद्रा को भी बड़ा झटका लग सकता है.
क्या है पूरा मामला
दरअसल, तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने देश के विपक्षी नेता और इस्तांबुल के मेयर एक्रेम इमामोग्लू को गिरफ्तार कर लिया. जिसके बाद देश में विरोध प्रदर्शन तेज हो गए. उनकी गिरफ्तारी ने देश की व्यवस्था को हिलाकर रख दिया है. तुर्की के राष्ट्रपति ने इसकी कल्पना भी नहीं की थी. राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि उनकी गिरफ्तारी से मौजूदा सरकार का तख्तापलट हो सकता है. तुर्की की मुद्रा महज 24 घंटे के भीतर डूब गई.
BREAKING 🚨: Turkey
— Barchart (@Barchart) March 19, 2025
Turkish New Lira plunges to an all-time low against the U.S. Dollar after the Mayor of Istanbul was arrested pic.twitter.com/EeM2Ov3Xpb
तुर्की की मौजूदा सरकार के विपक्षी रिपब्लिकन पीपुल्स पार्टी (सीएचपी) नेता और इस्तांबुल के मेयर एक्रेम इमामोग्लू की गिरफ़्तारी के बाद पूरे देश में विरोध प्रदर्शन तेज़ हो गए हैं. इन विरोध प्रदर्शनों के चलते देश की मुद्रा 'लीरा' में एक दिन में 2.6 प्रतिशत की गिरावट आई है. इससे पहले इसने 12.7 प्रतिशत की गिरावट दर्ज करके रिकॉर्ड बनाया था.
क्यों किया गया गिरफ्तार?
अब लोग हैरान हैं कि आखिर उन्हें क्यों गिरफ्तार किया गया. मौजूदा सरकार ने पहले उनपर एक आतंकवादी समूह की मदद करने और भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था. इस दौरान सिर्फ़ उन्हें ही नहीं बल्कि उनके साथ 100 अन्य लोगों को भी गिरफ़्तार किया गया था. इस सूची में व्यवसायी, पत्रकार और राजनेता सभी शामिल थे.
The will of the people cannot be silenced through intimidation or unlawful acts. I stand resolute, entrusting myself not only to the 16 million residents of Istanbul but to the 86 million citizens of Türkiye and all who uphold democracy and justice worldwide. I stand firm in my… pic.twitter.com/bVb0HfYZnj
— Ekrem İmamoğlu (International) (@imamoglu_int) March 19, 2025
इस गिरफ्तारी के बाद माहौल इस हद तक बिगड़ गया कि इस्तांबुल गवर्नर ऑफिस ने शहर में विरोध प्रदर्शनों पर चार दिन का प्रतिबंध लगा दिया है. उधर, गिरफ्तारी के बाद इमामोग्लू ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिखकर कहा कि देश के लोगों की आवाज को कोई दबा नहीं सकता.